राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2024: थीम, इतिहास और प्रतिज्ञा

वर्ष 1972 से ही भारत में हर साल 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् के स्थापना दिवस को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (National Safety Day) के रूप में मनाया जाता है।

NATIONAL SAFETY DAY 2024: राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

Rashtriya Suraksha Divas 2024: भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् की स्थापना दिवस के उपलक्ष में वर्ष 1972 से ही हर साल 04 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (National Safety Day) मनाया जाता है, इसका उद्देश्य सभी क्षेत्रों में सुरक्षा जागरूकता फैलाना और दुर्घटनाओं में कमी लाना है।

इस साल 2024 में 4 मार्च को सोमवार के दिन इंडिया अपना 53वां राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने जा रहा है। सुरक्षा अभियान के रूप में राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह (National Safety Week) 4 मार्च से 10 मार्च 2024 तक पूरे 1 हफ्ते ‘सेफ्टी लीडरशिप फॉर ईएसजी एक्सेलेंस‘ विषय (Theme) के साथ मनाया जाएगा।

Rashtriya Suraksha Divas 2024
Rashtriya Suraksha Divas 2024
National Safety Day के बारें में
नाम:राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस
कब:04 मार्च (प्रतिवर्ष)
शुरूआत:वर्ष 1972 में
सुरक्षा सप्ताह:4-10 मार्च
उद्देश्य:कार्य स्थलों पर सुरक्षा को बढ़ावा देना
थीम (2024):सेफ्टी लीडरशिप फॉर ईएसजी एक्सेलेंस

 

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की शुरूआत कब और कैसे हुई? (इतिहास)

04 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (National Safety Day) मनाए जाने की शुरुआत 4 मार्च 1972 को नेशनल सेफ्टी काउंसिल द्वारा इसकी स्थापना के 6 साल पूरे होने पर कार्य स्थलों पर सुरक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी। तभी से हर साल यह दिन बड़ी ही उत्सुकता और जागरूकता के साथ मनाया जाता है।


नेशनल सेफ्टी काउंसिल:
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद एक स्वायत्त निकाय (मंडल) है जो पब्लिक सर्विस के लिए गैर-सरकारी और गैर-लाभकारी ऑर्गेनाइजेशन के रूप में काम करता है, इसकी स्थापना 4 मार्च 1966 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा मुंबई सोसायटी अधिनियम के तहत की गयी थी, उस समय इसमें 8000 सदस्य हुआ करते थे।

 

नेशनल सेफ्टी डे क्यों मनाया जाता है? (उद्देश्य)

हरेक नागरिक की सुरक्षा के महत्व को ध्यान में रखते हुए ही भारत में हर साल 4 मार्च को नेशनल सेफ्टी डे मनाया जाता है। इस मौके पर देशभर में सुरक्षा को बढ़ावा देने वाले जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।


इसके कुछ मुख्य उद्देश्य इस प्रकार है:
  • लोगों के भीतर जागरूकता ना होने के कारण घटने वाली दुर्घटनाओं को रोकना या उन्हें कम करना,
  • लोगों को बीमारियों और महामारियों से बचाना, उदाहरण पल्स पोलियो टीकाकरण और कोरोना वायरस से बचाव।
  • सभी महिलाओं को सुरक्षा देना और
  • औद्योगिक दुर्घटनाओं में कमी लाना और देश की सुरक्षा में बढ़ोतरी करना।

त्योहारों के समय खाद्य पदार्थों, मिठाइयों और रंगो आदि में की जाने वाली मिलावट भी लोगों को नुकसान पहुंचाती है, इससे देश के नागरिकों की सुरक्षा पर प्रश्नवाचक चिन्ह लगता है ऐसे में सरकार का यह कर्तव्य होना चाहिए कि वह लोगों को मिलावटखोरों से भी सुरक्षा दें।

 

 

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2024 की थीम (National Safety Day Theme)

भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् प्रतिवर्ष 4 मार्च को मनाए जाने वाले नेशनल सेफ्टी डे के लिए एक खास कैम्पेन या थीम जारी करता है, इस साल 53वें राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस/सप्ताह 2024 की थीम “ईएसजी उत्कृष्टका के लिए सुरक्षा नेतृत्व” (Safety Leadership for ESG Excellence) है। यहां ईएसजी का सम्बन्ध पर्यावरण, सामाजिक और शासन (Environmental, Social and Governance) से है।

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 थीम: हमारा लक्ष्य-शून्य नुकसान
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 थीम: हमारा लक्ष्य-शून्य नुकसान

पिछली साल 2023 की थीम “हमारा लक्ष्य – शून्य हानि” (Our Aim – Zero Harm) थी, तथा 2022 की थीम “सुरक्षा संस्कृति के विकास हेतु युवाओं को प्रोत्साहित करें” (NURTURE YOUNG MINDS DEVELOP SAFETY CULTURE) थी। तो वहीं 2021 में इसे ‘आपदा से सीखें और सुरक्षित भविष्य की तैयारी करें‘ (LEARN FROM DISASTER AND PREPARE FOR A SAFER FUTURE) Theme के साथ मनाया गया था।


बीते कुछ सालों की थीम/अभियान

  • 2023: हमारा लक्ष्य – शून्य नुकसान
  • 2022: सुरक्षा संस्कृति के विकास हेतु युवाओं को प्रोत्साहित करें
  • 2021: आपदा से सीखें और सुरक्षित भविष्य की तैयारी करें
  • 2020: उन्नत प्रौद्योगिकी के उपयोग द्वारा स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रदर्शन को बढ़ाएं
  • 2019: राष्ट्र निर्माण के लिए एक सुरक्षा संस्कृति को बनाए रखना और उसका पालन करना
  • 2018: सुरक्षा हमारी प्राथमिकता नहीं है, यह हमारा मूल्य है
  • 2017: एक दूसरे को सुरक्षित रखें
  • 2016: ज़ीरो नुकसान प्राप्त करने के लिए सशक्त सुरक्षा आंदोलन
  • 2015: चिरस्थायी आपूर्ति चेन के लिये एक सुरक्षा संस्कृति का निर्माण करें
  • 2014: कार्यस्थल पर दबाव प्रबंधन और जोखिम नियंत्रण” और “सुरक्षा: ये हमारा सबकुछ ले लेता है
  • 2013: सुरक्षित और स्वस्थ कार्यस्थल सुनिश्चित करने के लिये एक साथ काम करें
  • 2012: सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण पक्का करें- एक मूल मानव अधिकार
  • 2011: सुरक्षात्मक और स्वास्थ्य निरोधक संस्कृति की स्थापना और बनाये रखना

 

नेशनल सेफ्टी डे या सेफ्टी वीक कैसे मनाया जाता है?

National Safety Day या Safety Week में लोगों को विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर उन्हें औद्योगिक दुर्घटनाओं से बचने के तरीके और इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताया जाता है। इस दौरान कई प्रतियोगिताओं भाषणों और सेमिनारों का भी आयोजन किया जाता है, इन सभी का उद्देश्य लोगों के बीच सुरक्षा के लिए जागरूकता फैलाना होता है।


सुरक्षा एवं स्वास्थ्य प्रतिज्ञा (National Safety Day Pledge)

नेशनल सेफ्टी डे के मौके पर सभी कार्यस्थलों पर स्वयं और अपने कर्मचारियों को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद द्वारा जारी सुरक्षा और स्वास्थ्य की प्रतिज्ञा दिलाई जानी चाहिए। यह शपथ या प्रतिज्ञा इस प्रकार है:

Safety and Health Pledge in Hindi
Safety and Health Pledge in Hindi

हमें इस दिन भारत के सुरक्षा विभाग और भारतीय सेना के जवानों को सच्चे दिल से धन्यवाद करना चाहिए जिनके कारण देश सुरक्षित है, और अपने-अपने घरों में चैन की नींद सो रहे हैं।

भारत अपनी और अपने लोगों की सुरक्षा के महत्व को अच्छी तरह समझता है, चाहे वह किसी दुर्घटना से सुरक्षा हो या फिर स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधी सुरक्षा अथवा किसी अन्य प्रकार की सुरक्षा।


मार्च 2024 के महत्त्वपूर्ण दिवसों की सूची:
जरूरी दिवसतारीख (Date)
3 मार्चविश्व वन्यजीव दिवस
6 मार्चराष्ट्रीय दंत चिकित्सक दिवस
8 मार्चअंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
11 मार्चविश्व किडनी दिवस
14 मार्चविश्व पाई दिवस
15 मार्चउपभोक्ता अधिकार दिवस
19 मार्चविश्व नींद दिवस
20 मार्चविश्व गौरैया दिवस
21 मार्चविश्व कविता दिवस
21 मार्चअंतर्राष्ट्रीय वानिकी दिवस
22 मार्चविश्व जल दिवस
23 मार्चशहीद दिवस
24 मार्चविश्व तपेदिक दिवस
27 मार्चविश्व थिएटर दिवस