International Tea Day कब और क्यों मनाया जाता है? जानिए थीम, इतिहास और शायरी (कोट्स)
इंटरनेशनल टी डे 2024: चाय का नाम सुनते ही कई लोगों को इसकी तलब लग जाती है, आज चाय के ऐसे ही दीवानों (Tea Lovers) लिए एक ख़ास दिन है, क्योकि आज चाय दिवस है। हर साल चाय उत्पादन करने वाले देशों में 21 मई को अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस (International Tea Day) मनाया जाता है।
भारत चाय का उपभोग करने के मामले में पहले नंबर और इसके उत्पादन के मामले में दूसरे नंबर पर है। पानी के बाद चाय दुनिया में सबसे ज्यादा पिया जाने वाला पेय है। ऐसे में इस पर समर्पित एक दिन होना जरूरी है।
नाम | अन्तराष्ट्रीय चाय दिवस |
तिथि | 21 मई (वार्षिक) |
घोषणा | 19 दिसंबर, 2019 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा |
पहली बार | 21 मई 2020 |
थीम (2024) | घोषणा होनी बाकी है। |
उद्देश्य | चाय के औषधीय गुणों और इसके सांस्कृतिक महत्व को उजागर करना |
विषय सूची
अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस कब मनाया जाता है?
अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर साल 21 मई को मनाया जाता है इसकी शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा वर्ष 2019 में की गई तथा वर्ष 21 मई 2020 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा पहला अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाया गया।
परंतु वर्ष 2005 से ही भारत, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मलेशिया, वियतनाम, युगांडा, तंजानिया, यूके, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड और केन्या समेत दुनिया के कई अन्य देशों में यह दिन 15 दिसंबर को हर साल चाय प्रेमियों द्वारा चाय के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
इंटरनेशनल टी डे मुख्यतः चाय के सबसे ज्यादा उत्पादकता वाले देशों द्वारा मनाया जाता रहा है, भारत में इसकी शुरुआत वर्ष 2005 से हुई मानी जाती है।
अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस की शुभकामनाएं (Happy Tea Day Wishes Quotes)
चाय पर शायरी (कोट्स इमेजेज):
चाय बदनाम हो सकती है बेवफा नहीं? अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
मेरे जज्बातों का कोई तो सिला दो, कभी घर बुला कर चाय ही पिला दो।
-हैप्पी चाय दिवसमान लो मेरी राय, इश्क से बेहतर है चाय।
हैप्पी टी डेजिंदगी को कुछ इस तरह जीना चाहिए, बात बिगड़े या बने बस चाय पीना चाहिए।
चाहत का जरिया है यह,
सिर्फ चाय नहीं मोहब्बत का दरिया है यह।
चाय दिवस की शुभकामनाएंकॉलेज के किस्से पुराने हो गए, चाय पर वक्त गुजारे जमाने हो गए।
जो वक्त के साथ बदल जाए वह राय होती है, जब जिंदगी में कुछ नहीं होता तब बस चाय होती है।
Life is like a cup of tea, It’s all in how you make it.
Happy Tea Day
अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस का इतिहास (International Tea Day History in Hindi)
भारत सरकार की पहल पर वर्ष 2015 में संयुक्त राष्ट्र पैनल को चाय दिवस मनाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया, जिस पर अंतरराष्ट्रीय खाद्य और कृषि संगठन (FAO) इंटरगवर्नमेंटल ग्रुप (IGG) की सहमति बनी।
15-16 अक्टूबर को इटली के मिलान में समूह की अंतर-सत्र बैठक में इसे मनाए जाने का निर्णय लिया गया। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व करने वाले एक अधिकारी ने कहा कि भारतीय चाय बोर्ड के अध्यक्ष संतोष कुमार सारंगी ने समूह को प्रस्ताव दिया था कि हर साल एक “अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस” मनाया जाना चाहिए।
इस पर मंजूरी मिलने के बाद 19 दिसंबर, 2019 को एक प्रस्ताव पारित कर संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN) ने 21 मई को अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्णय लिया। और फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन (FAO) को इसका नेतृत्व करने के लिए आमंत्रित किया गया।
21 मई 2020 को पहला अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस वर्चुअली मनाया गया जिसमें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ चाय निर्यातक और आयात करने वाले देशों के साथ ही इसका उत्पादन करने वाले देशों को भी शामिल किया गया। इस इवेंट की शुरुआत खाद्य एवं कृषि संगठन के महानिदेशक QU Dongyu (क्यू डोंग्यु) ने की थी।
International Tea Day 2024 की Theme
अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस 2024 की थीम अभी घोषित की जानी बाकी है, हालांकि पिछली साल 2023 में इसे “एक कप चाय पर लोगों को एक साथ लाना” (Bringing People Together Over a Cup of Tea) विषय के साथ मनाया गया था। इसके साथ ही Tea Day एक आदर्श वाक्य के साथ मनाया जाता है जो ‘फील्ड से लेकर कप तक (From Field to Cup)‘ है।
इंटरनेशनल टी डे 2022 की थीम “दुनिया भर में चाय का जश्न मनाना” (Celebrating Tea Around The World) थी, तो वहीं 2021 का कार्यक्रम “Tea and Fair Trade” (चाय और निष्पक्ष व्यापार) विषय के साथ मनाया गया था।
चाय दिवस की थीम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गरीब देशों में निष्पक्ष तरीके से व्यापार करने पर जोर डालती है, जिससे चाय की पहुंच दुनिया भर में बढ़ने के साथ ही गरीब देशों का भी फायदा होगा।
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इंटरनेशनल टी डे क्यों मनाया जाता है? उद्देश्य
21 मई को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस का मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चाय के व्यापार, श्रमिकों एवं उत्पादकों पर इसके प्रभाव की ओर दुनिया एवं सरकारों का ध्यान आकर्षित करना है।
चाय का उत्पादन और इसकी प्रोसेसिंग लाखों परिवारों के लिए आजीविका का मुख्य साधन है, चाय पर आधारित यह महत्वपूर्ण दिवस चाय के स्थाई उत्पादन, इसकी खपत और व्यापार को बढ़ावा देता है।
इसके अलावा यह वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर भी यह सुनिश्चित करता है की चाय की इंडस्ट्री अत्याधिक गरीबी को कम करने, भूख से लड़ने और प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा में अहम भूमिका निभा रहा है।
चाय का व्यापार कुछ गरीब देशों में लोगों की आय और निर्यात राजस्व का एक मुख्य स्रोत है जो चाय उत्पादक देशों में श्रमिकों को रोजगार प्रदान करता है। इसके साथ ही चाय का उत्पादन और इसकी प्रोसेसिंग गरीबी कम करने, भूख के खिलाफ लड़ाई में, महिलाओं के सशक्तिकरण और स्थलीय पारिस्थितिक तंत्र के सदुपयोग में योगदान देता है।
चाय के प्रकार (Types of Tea in Hindi)
- 1. पुदीना चाय (Mint tea)
- 2. अदरक वाली चाय (Ginger tea)
- 3. हल्दी वाली चाय (Turmeric tea)
- 4. नींबू की चाय (Lemon Tea)
- 5. ग्रीन टी (Green tea)
Mint tea यानी पुदीने की चाय, जैसा की नाम से ही पता चल रहा है कि यह चाय पुदीने की बनी होती है, जिसका फ्लेवर Cool और रिफ्रेशिंग होता है।
यह चाय पेट से जुड़ी समस्याओं और ऐंठन को दूर करने में काफी सहायक होता है। पुदीने की पत्तियों में ऐंटीस्पासमोडिक गुण होते है जो मांसपेशियों में ऐंठन से राहत दिलाने में लाभकारी होता है, और इसके इस्तेमाल से पेट दर्द से आराम मिलता है।
Bloating यानी पेट फूलने की दिक्कत या लूज मोशन (दस्त) की परेशानी हैं तो हम आपको बता दें कि अदरक को पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए सबसे बेस्ट उपाय माना जाता है। अदरक में Gingerol नामक Bioactive compound (जैव सक्रिय यौगिक) पाया जाता है, जो इन दिक्कतों को कम करने में सहायक होता है।
हल्दी में मौजूद ऐंटीइन्फ्लेमेट्री और ऐंटीऑक्सिडेंट के गुण होने के कारण हल्दी का इस्तेमाल कई बीमारियों को दूर करने में किया जाता है।
अगर आप हल्दी वाली चाय में हल्दी के साथ में चुटकी भर काली मिर्च भी डाल दी जाए तो यह पेट में गैस और पाचन तंत्र की समस्याओं से निजात दिलाता है।
Lemon Tea बिना दूध की चाय में नीम्बू डालकर बनाई जाती है, लेमन टी पीने से आपका वजन तो कम होता ही है साथ ही यह पेट की गंदगी को साफ कर आपके पेट की चर्बी घटाने में भी आपकी सहायता करता है। यह हृदय संबन्धी कई समस्याओं से बचाने में सहायक सिद्ध हो सकता है।
Green tea पारंपरिक चाय तो नहीं है लेकिन ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को बढ़ाती है और शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम कर मोटापे से बचाती है।
चाय कैसे बनाते है आसान तरीका (Recipie of Tea in Hindi)
चाय एक पेय है जो कैमेलिया साइनेसिस प्लांट से बनाया जाता है, इसकी उत्पत्ति उत्तर पूर्वी भारत, उत्तरी म्यांमार और दक्षिण पश्चिमी चीन में हुई बताई जाती है। (लेकिन सबसे पहले यह पौधा कहां हुआ इसकी जानकारी नहीं है।) इस बात के सबूत हैं कि 5000 साल पहले चीन में चाय का सेवन किया जाता था।
- Step.1: सबसे पहले आप चाय बनाने के बर्तन में पानी (100mg) उबलने के लिए रख दें।
- Step.2: अब इस गर्म पानी में स्वाद अनुसार चीनी और 2 ग्राम चायपत्ती मिलाकर इसे लगभग 85 डिग्री सेल्सियस ताप पर गर्म करें।
- Step.3: ऐसा माना जाता है की चाय पत्ती को 6 मिनट से ज्यादा नहीं उबालना चाहिए। क्योंकि लगभग 6 मिनट में ही इसका रस उत्तम मात्रा में निकल जाता है।
- Step.4: अब चाय को सर्व करे, और गर्मागर्म चाय का लुफ्त उठाए।
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