Pink Moon 2024 India Date and Time: फुल पिंक मून क्या है? भारत में कब और कैसे देखें?
पिंक मून (Pink Moon) एक काफी अद्भुत खगोलीय घटना है, जो अक्सर भारत में वसंत ऋतु यानि अप्रैल मे पड़ने वाली पूर्णिमा को दिखाई देती है। कई बार इसे फुल पिंक मून या Super Moon भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन चांद थोडा बड़ा और चमकदार दिखाई देता है। यह घटना साल में काफी कम ही होती है इसलिए लोग इसे देखने के लिए काफी उत्सुक रहते है।
इस साल April का Full Pink Moon 6 अप्रैल 2023 को दिखाई दिया था, तो वहीं इस साल 2024 में यह 23-24 अप्रैल को दिखाई देगा। हालंकि भारत में यह काफी कम ही विज़िबल होता है। यहाँ हम आपको पिंक मून या Supermoon क्या है? इसके बारे में जानकारी देने जा रहे है।
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भारत में पिंक मून कब निकलेगा?
इस साल 2023 में ‘फुल पिंक मून’ गुरुवार, 6 अप्रैल को दिखाई दिया था। इसे अमेरिका के साथ ही भारत समेत कई अन्य देशों में देखा जा सकता था। भारतीय समयानुसार यह 6 अप्रैल को सुबह लगभग 10:07 बजे दिखाई दिया था, लेकिन सूर्य होने के कारण यह ज्यादा स्पष्ट नहीं था।
इस साल 2024 में दुनिया के अलग-अलग स्थानों पर लोग 23-24 अप्रैल को फुल पिंक मून (Pink Moon) देख सकेंगे। भारत में यह 24 अप्रैल को सुबह 5:19 बजे के आसपास दिखाई दे सकता है। इसके साथ ही बताया जा रहा है कि भारत में चंद्रोदय शाम को 6 बजकर 25 मिनट पर होगा। इसके बाद आप वहां से खूबसूरत पिंक मून का दीदार कर सकते हैं। फ़िलहाल हमारी ओर से इस विषय में कोई पुख्ता जानकारी उपलब्ध नहीं है।
Super या Full Pink Moon कैसे देखें?
अगर आप इस महत्वपूर्ण खगोलीय घटना के साक्षी बनना चाहते है तो सुपर मून या पिंक मून के समय आप अपने छत पर या बालकनी से इस गुलाबी चाँद को देख सकते है, जिसे नग्न आखों से देखने से आंखों कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। इन देखने के लिए आंखों को चश्मे या लेंस की भी आवश्यकता नहीं है।
शायद आप इस Full Pink Moon के भारत (India) में दर्शन ना कर पाएं, लेकिन अगर आप इसे लाइव देखना चाहते हैं तो यूट्यूब चैनल के कई पर आपको यह लाइव देखने को मिल जाएगा। साथ ही कई टीवी चैनल भी इसके लाइव टेलीकास्ट को देखा जा सकता है।
सुपर मून क्या है? (What is Supermoon in Hindi?)
जब चांद पृथ्वी के सबसे करीब होता है तो यह बहुत बड़ा और चमकीला दिखाई देता है, ऐसे में इसे ही सुपरमून कहा जाता है। इस समय चाँद, पृथ्वी की कक्षा के सबसे ज्यादा करीब होता है।
आमतौर पर हमारे ग्रह पृथ्वी की चंद्रमा से औसतन दूरी 3,84,400 किलोमीटर है, परंतु जब सुपरमून होता है तब चंद्रमा पृथ्वी से कुछ कम दूरी पर होता है। 2020 में यह मात्र 3,56,907 किलोमीटर की दूरी पर था।
सुपर मून के दौरान चंद्रमा का आकार सामान्यतः 14 फ़ीसदी तक बढ़ा हुआ दिखाई देता है और यह 30% ज्यादा तेजी से चमकता दिखाई देता है।
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क्यों कहा जाता है पिंक मून (गुलाबी चन्द्रमा)?
पिंक मून का अर्थ यह नहीं है कि आप को चंद्रमा गुलाबी रंग का नजर आएगा, बल्कि यह नाम तो अमरीका मे बसंत आने पर खिलने वाले एक गुलाबी फूल हर्ब मॉस पिंक (Phlox Subulata) से लिया गया है, जो उत्तर अमेरिका के पूर्व में बसंत आने पर खिलता है।
आपको बता दें कि अमेरिकन स्पेस एजेन्सी नासा (NASA) ने 41 साल पहले साल 1979 में पहली बार सुपरमून देखा था। और 2020 में सुपर पिंक मून 7 और 8 अप्रैल को दिखाई दिया था।
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Full Pink Moon का महत्व क्या है?
हिंदू, मुस्लिम, बौद्ध और इसाई आदि धर्म में पिंक मून का महत्व काफी ज्यादा है जहां हिंदू धर्म में फुल पिंक मून के दिन हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाता है, इसके अलावा बौद्ध धर्म में इस ‘बाक पोय‘ नाम से जाना जाता है। ईसाई धर्म में इसे ‘पास्कल मून‘ कहा जाता है बताया जाता है ईस्टर की तारीख की गणना इसी दिन से होती है।
इतना ही नहीं इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार पिंक मून रमजान के पवित्र महीने में दिखाई पड़ता है। यह वही पवित्र महीना है जिसमें कुरान शरीफ प्रकट हुआ था।
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