World Earth Day 2020: इस पृथ्वी दिवस पर जानिए पृथ्वी को हुए कोरोना वायरस के फायदे
Vishwa Prithavi Diwas 2020: आज देश और दुनिया में हर तरफ कोरोना वायरस के चर्चे है और ज्यादातर देश लॉकडाउन और कर्फ्यू जैसे हालातों से गुजर रहे है और आज 22 अप्रैल को भारत समेत दुनिया के अधिकतर देश पृथ्वी दिवस या अर्थ डे मनाने जा रहे है। दोस्तों आज मानवजाति का सबसे बड़ा दुश्मन कोरोना वाइरस के रूप में सबके सामने है, परन्तु शायद आप यह नहीं जानते कि कोरोना वायरस पृथ्वी के लिए एक वरदान बनकर आया है।
आज विश्व पृथ्वी दिवस के मौके पर हम आपको लॉकडाउन से पृथ्वी को होने वाले फायदे बताने जा रहे है जो काफी ज्यादा आश्चर्यजनक हैं जिन्हें जानकार आप दंग रह जाएंगे।
आइए अब आपको विश्व पृथ्वी दिवस कब, क्यों और कैसें मनाते है, (Why is Earth Day Celebrated), वर्ल्ड अर्थ डे की थीम (विषय), (Earth Day 2020 Theme in Hindi) और इंटरनेशनल अर्थ डे का इतिहास (History) और महत्व (Importance of Earth Day in Hindi) बताते है।
![]() |
World Earth Day 22 April 2020 Vishwa Prithvi Diwas Date in India |
पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है? When is Earth Day Celebrated
विश्व पृथ्वी दिवस मनाए जाने की शुरुआत अमेरिकी सीनेटर, जेराल्ड नेल्सन (Gaylord Nelson) द्वारा साल 1970 में दुनिया भर में पर्यावरण संरक्षण के समर्थन को प्रदर्शित करने के लिए की गई थी हालांकि पृथ्वी दिवस शब्द को जुलियन केनिग द्वारा सन 1969 में दिया गया था आपको बता दें कि 22 अप्रैल को ही केनिग का जन्मदिन भी होता है जो नेल्सन की संगठन समिति में सीनेटर थे। 1970 में 22 अप्रैल के दिन ही व्लादिमीर लेनिन का 100 वां जन्मदिन भी था वे एक रूसी साम्यवादी क्रांतिकारी, राजनीतिज्ञ तथा राजनीतिक सिद्धांतकार थे।
यह भी पढ़ें 👉 दिल्ली में सबको मिलेगा राशन, ऐसे भरें ऑनलाइन फॉर्म | Apply Temporary Ration Coupon in Delhi 2020
क्यों मनाया जाता है विश्व पृथ्वी दिवस? Importance of Earth Day in Hindi
आपको बता दें कि इस दिन से ही उत्तरी गोलार्ध में वसंत ऋतु और दक्षिणी गोलार्ध में शरद ऋतु का मौसम होता है।
यह दिन पर्यावरण प्रेमियों के लिए उपयुक्त दिन है जो लोग पर्यावरण और पृथ्वी से प्यार करते हैं और लगातार बढ़ती प्रदूषित गतिविधियों के सख्त खिलाफ हैं।
देश विदेश में बड़े पैमाने पर पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के साथ-साथ उद्योगों के नाम पर वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण का विस्तार हो रहा है तथा नदियां समुद्र और पर्यावरण दूषित किया जा रहा है ऐसे में एकजुट होकर इसके खिलाफ आवाज बुलंद करने का दिन है पृथ्वी दिवस (Earth Day)।
परंतु आज तो हम यही कहेंगे कि कोरोनावायरस संकट के कारण अब प्रकृति को कुछ देर के लिए आराम करने का मौका मिला है और वह अपने आप को मनुष्य द्वारा दिए गए घाव को भर रही है। प्रकृति को अब मनुष्यों द्वारा पर्यावरण में हस्तक्षेप ना मिलने के कारण अपने आपको एक बार रिकवर करने का मौका मिला है।
यह भी पढ़ें 👉 World Health Day 2020: विश्व स्वास्थ्य दिवस पर जानिए क्या है थीम और डब्ल्यू.एच.ओ
कैसे मनाया जाता है विश्व पृथ्वी दिवस?
जब पहली बार विश्व पृथ्वी दिवस का आयोजन हुआ था तो उस समय पर 2 करोड़ से ज्यादा अमेरिकी लोगों ने हिस्सा लिया था और उस समय यह सबसे बड़े पर्यावरण आंदोलन के रूप में उभर कर सामने आया था जिसमें हर वर्ग समाज क्षेत्र के लोगों और हजारों कॉलेज के विद्यार्थियों ने पर्यावरण को होने वाले नुकसान को लेकर आंदोलन छेड़ा था।
आमतौर पर विश्व पृथ्वी दिवस, दुसरे दिवसों की तरह ही जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है इसलिए इस दिन लोगों को पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूक किया जाता है, और उसके लिए भाषण, स्वच्छता और वृक्षारोपण जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं साथ ही नदियों की सफाई जैसे क्रियाकलाप भी इसमें शामिल होते हैं।
स्वच्छता अभियान, पौधारोपण, पक्षियों के लिए घोसला बनाना, पॉलिथीन बैग ना इस्तेमाल करने और प्रदुषण कम करने पर ध्यान देने जैसी शिक्षा देनी चाहिए।
विश्व पृथ्वी दिवस 2020 की थीम क्या हैं?
क्लाइमेट चेंज मनुष्य का योगदान है और आज सभी लोग खुद निर्मित आपदा से जूझ रहे हैं लेकिन इसे प्रकृतिक आपदा का नाम दिया जा रहा है।![]() |
World Earth Day 2020 Theme in Hindi and English is Climate Action |
साल | थीम (विषय) |
---|---|
2007 | धरती के प्रति दयालु बने-संसाधनों को बचाने से शुरुआत करें |
2008 | कृपया पेड़ लगायें |
2009 | कैसे आप आस-पास रहते हैं |
2010 | कम करो |
2011 | वायु को साफ करें |
2012 | धरती को संगठित करना |
2013 | जलवायु परिवर्तन का चेहरा |
2014 | हरे शहर |
2015 | जल अद्भुत विश्व |
2016 | धरती के लिए पेड़ |
2017 | पर्यावरण और जलवायु साक्षरता |
2018 | प्लास्टिक प्रदूषण का अंत |
2019 | अपनी प्रजातियों की रक्षा करें (प्रोटेक्ट आवर स्पीशीज) |
2020 | जलवायु क्रिया या कार्यवाही |
मित्रों अगर आज भी हमने ध्यान नहीं दिया तो धरती जीवन जीने के अनुकूल नहीं रह जाएगी और आने वाले समय में यह आग के गोले में तब्दील हो जाएगी। आज लोग चांद पर तो अपना घर बसाने की सोच रहे हैं लेकिन वे धरती को धीरे-धीरे नरक बनाते जा रहे हैं। उन्हें चांद पर जाने से पहले पृथ्वी के बारे में सोचना चाहिए और पृथ्वी जैसे अनमोल ग्रह को बर्बाद होने से बचाने पर जोर देना चाहिए तभी सही मायने में विश्व पृथ्वी दिवस का अर्थ और मकसद पूरा हो पाएगा।
कोरोना वायरस के फायदे: Benefits of Lockdown or Coronavirus on Earth & in India
Coronavirus Se Lockdown Ke Fayde: दोस्तों कोरोना वायरस से आज दुनियाभर के लोग काफी दहशत में है और उसके रोज नए केस सामने आ रहे हैं साथ ही भारी मात्रा में लोगों की मौत की खबरे भी आ रही है अब तक इससे सबसे ज्यादा जाने इटली के लोगों की गयी है। ऐसे में भारत में भी यह आंकड़ा दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है इसके साथ ही अमेरिका में भी यह आंकड़ा तेजी से बढ़ता दिखाई दे रहा है।
कोविड-19 संक्रमण के चलते देश और दुनिया भर के विकसित और विकासशील देश घुटनों पर आ गए हैं चीन के वुहान से निकले इस वायरस से China ने अपने आप को पूरी तरह से सुरक्षित कर लिया है और वहां से अब एक भी नया मामला सामने नहीं आ रहा है।
लेकिन बीते कुछ दिनों में सभी देशों की सरकार ने कुछ ऐसे फैसले लिए जिसके कारण पृथ्वी को काफी बड़ा फायदा मिलने जा रहा है।
![]() |
Benefits of Lockdown or Coronavirus on Earth and India Hindi |
आपको बता दें कि Corona के चलते दुनिया भर में लॉकडाउन लागू किया गया है और कर्फ्यू जैसे हालात हैं लोग अपने घर में रह रहे हैं तो वहीं कोई भी गाड़ी सड़कों पर दौड़ती दिखाई नहीं दे रही है पूरा शहर थम सा गया है। जिससे हमारी पृथ्वी को बड़ा फायदा हो रहा है आइए अब आपको Benefits of Lockdown or Coronavirus on Earth & in India के बारे में विस्तार से बताते है।
यह भी पढ़ें 👉 घर में खाली समय में क्या करें - टाइम पास कैसे करें
Benefits of Lockdown or Coronavirus on Earth in Hindi
Coronavirus के चलते हुए Lockdown से Earth को बड़ा फायदा ओजोन लेयर में बने छेद (Ozone Hole) को हुआ है अब यह छेद भरना शुरू हो गया है आइए जानते कैसे।
यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो बोल्डर के रिसर्चर्स की माने तो चीन में लगे लॉकडाउन के चलते अब पृथ्वी के दक्षिणी हिस्से में स्थित अंटार्कटिका के ऊपर बने Ozone hole अब भर रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले 2 महीने से China में Lockdown है और ज्यादातर फक्ट्रियां बंद होने के कारण अब वहाँ प्रदूषण की मात्रा काफी कम है।
आपको बता दें कि China में सबसे ज्यादा इंडस्ट्रीज है जिसके कारण चाइना सबसे ज्यादा Ozone Depleting Substances यानि ओजोन क्षयकारी तत्व छोड़ता है परन्तु Lockdown से कार्बन डाईऑक्साइड का उत्सर्जन भी काफी कम हो रहा है इसके परिणामस्वरूप जेट स्ट्रीम (Jet Stream) अब सही दिशा की ओर जा रही है और ओजोन का घाव भर रहा है।
![]() |
Image Credit: NASA's Goddard Space Flight Center |
यह भी पढ़ें 👉 World Ozone Day: विश्व ओजोन संरक्षण दिवस कब और क्यों मनाया जाता है, जानें
Jet Steam क्या है? आपको बता दें कि जेट स्ट्रीम पृथ्वी के ऊपर चलने वाली हवाओं को कहते है जो कई देशों के ऊपर से होकर गुजरती है, वर्ष 2000 से पहले यह पृथ्वी के बीचों-बीच रहती थी लेकिन बाद में यह पृथ्वी के दक्षिणी हिस्से की तरफ मुड़ गयी।
जिससे ओजोन में छेद तो हुआ ही साथ ही ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों को मौसम में भारी बदलाव का सामना करना पड़ा।
आज पूरी दुनिया का लॉकडाउन प्रदूषण कम करने में मदद कर रहा है इससे जेट स्ट्रीम के फ्लो में तो सुधार हो ही रहा है साथ ही पृथ्वी के तापमान बढते तापमान में भी गिरावट आएगी, मौसम बदलाव (Climate Change) का असर कम होगा, ग्लोबल वार्मिंग कम होगी और प्रदूषण की वजह से होने वाली बिमारियों में भी कम आएगी।
यह भी पढ़ें 👉 कोरोना वायरस क्या है? जानिए Coronavirus के लक्षण इससे बचने के उपाय तथा इलाज
Lockdown Ke Fayde:
कोविड-19 आज भारत समेत दुनियाभर को एक साथ स्वच्छता के महत्व की सीख दे रहा है। यह विदेशों को भी सीधा-सीधा संदेश दे रहा है कि अब शाकाहारी होने के अभ्यास करें और चारों ओर स्वच्छता बनाए रखें।
दोस्तों अब तक मनुष्य को यह लगता था कि उन्हें पृथ्वी पर अकेले रहने का अधिकार है लेकिन सच्चाई तो यह है कि इस ग्रह पर जानवरों और अन्य जीव जंतुओं को भी जीवित रहने का उतना ही अधिकार जितना इंसानों को हैं।
इटली की डॉल्फ़िन: हाल ही में आयी एक रिपोर्ट के मुताबिक इटली में कोरोना वायरस के चलते Lockdown का ऐलान किया गया है और इस वजह से, लोग अपने घरों में कैद है तथा समुद्र से जहाज गायब हो गए हैं नदी के किनारे खाली पड़े हैं ऐसे में डॉल्फ़िन को पहली बार इन बैंकों पर खुलेआम घूमते देखा गया है। यह Dolphins इटली के जलमार्ग में दिखी गई हैं।

पिछले 60 वर्षों में वेनिस सबसे साफ है: वेनिस शहर के वातावरण को भी कोरोना के चलते लाभ पहुंचा है यह शहर अब पिछले 60 वर्षों की तुलना में सबसे साफ है।
आत्म-अलगाव (Self-isolation) के कारण, यहाँ नहरों में बहुत ही कम या ना के बराबर यातायात है, जिसके कारण तलछट नीचे बसी हुई है, जिससे नहरों का पानी बिलकुल साफ दिखाई दे रहा हैं।
यह जगह अब समुद्री जानवरों के लिए एक बेहतर स्थान है। यहाँ आप बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के प्रकृति का आनंद लेते हुए नहरों में मछलियों को साफ तौर से देख सकते हैं।
यह भी पढ़ें 👉 Lockdown Meaning in Hindi: लॉक डाउन का क्या मतलब है?
Benefits of Coronavirus or Lockdown in India:
India में भी 22 मार्च, 2020 को प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा जनता कर्फ्यू की अपील के चलते काफी शांत तस्वीरे देखने की मिली, साथ ही देशभर में Lockdown लागू किए जाने के बाद अब सड़कों पर बहुत कम ही गाडियां नजर आ रही है।
आज, इतने सालों में पहली बार सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है ऐसे में कुछ दिन पहले की Noida की सडकों पर एक नीलगाय घूमता पाया गया।
और अब मुंबई, दिल्ली जैसे अन्य भीड़ भाड़ वाले शहरों में पक्षियों को चहकते हुए देख सकते हैं। और दिल्ली में वायु प्रदूषण में भी काफी कमी आई है और इसके लिए कोरोना वायरस को धन्यवाद।

यह भी पढ़ें 👉 Hanta Virus in Hindi: क्या है China का हंता वायरस - पूरी जानकारी
भारत के व्यस्त बस टर्मिनल, रेलवे स्टेशन, जहाँ पर पैर रखने की भी जगह नहीं हुआ करती थी, अब Lockdown के चलते इन्हें पहले की तरह ही अपने मूल रूप में वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है।
इस समय बस, रेल और कई यातायातों की आवाजाही पर रोक लगी हुई है ऐसे में यहाँ जनसंख्या कम होने के कारण सभी सार्वजनिक जगहों की उचित सफाई हो रही है, जो भारी आबादी के कारण असंभव थी।
लौटी मानवता: आज कोरोना का सबसे ज्यादा फायदा मानवता के रूप में उभरकर सामने आया है आज कोविड-19 के चलते लगे लॉकडाउन ने ही हमें यह सिखाया कि स्वार्थ से ऊपर सोचना और दूसरों की मदद करना कितना महत्वपूर्ण और सुखदायी है। साथ ही इस वायरस ने हमें संसाधनों के सही उपयोग करना भी सिखाया है।
यह भी पढ़ें 👉 वेंटिलेटर क्या है? जानिए इसका उपयोग और कोरोना मरीजों के लिए इसकी ज़रूरत
Benefits of Work From Home in Hindi:
Work From Home: आज तक लोग मिलकर बात करना या Physical Meeting तथा वर्क फ्रॉम होम को उतना महत्व नहीं देते थे परन्तु आज Coronavirus के चलते ज्यादातर आईटी कंपनियों के साथ-साथ कई अन्य कंपनिया भी भारत में घरेलू नौकरियों से काम की पेशकश कर रही है।
जी हाँ, यह एक और कोरोनावायरस लाभ है जिसने वर्क फ्रॉम होम को सफलता दिलाई अब लोगों को काम करने के लिए कहीं नहीं जाना होता वे अपने घर बैठे ही काम करने में सक्षम है।
इससे वायु प्रदुषण, ध्वनि प्रदूषण में तो कमी आएगी ही साथ ही संसाधनों की भी बचत होगी।

हम समझते हैं कि भौतिक स्थान (Physical Location) महत्वपूर्ण है, कार्यालय का बुनियादी ढांचा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, लेकिन अच्छे और काबिल लोगों को सीमाओं तक सीमित नहीं करना चाहिए।
हर आर्गेनाइजेशन (यदि संभव हो) के पास घर से काम करने का एक आप्शन तो होना ही चाहिए। जिससे दिव्यागों या दूर स्थान पर रहने वालों के लिए यह सुविधा होनी चाहिए।
यह भी पढ़ें 👉 Corona Kavach App Free Download Apk: कोरोना Check करने वाला एप्प
आज हमें हर व्यवसाय को ऑनलाइन लेकर जाने का भी महत्व समझ में आ गया होगा, Coronavirus के चलते लगे Lockdown ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कम्पनीयों को Physical और Digital दोनों के लिए समान रूप से उपस्थिति बनाई जानी चाहिए।
और इससे प्रदूषण और ट्रैफिक की समस्या भी हल हो सकती है क्योंकि जब लोग घर पर काम करते हैं, तो सड़कों पर कम भीड़ और वाहन होंगे जिससे कम पेट्रोल की खपत होगी और यह देश की अर्थव्यवस्था को भी उच्च स्तर पर पहुँचाने में मदद करने वाला है।
अन्तिम शब्द
जाते जाते, कोरोना वायरस या कोविड 19 ने आज हमें यह सीख दी है कि अगर आप जीवित रहना चाहते हैं तो आपको अपनी प्रतिरक्षा (Immunity) को मजबूत बनाए रखने की आवश्यकता है।
जी हां, आज सभी जगह आपको एक ही संदेश मिलता दिखाई दे रहा है, जहाँ लोगों से लंबे समय तक काम ना करने, व्यायाम करने, गलत खाने की आदतों को खत्म करने और स्वस्थ रहने की सलाह दी जा रही है, जिससे इस वायरस से लड़ा जा सके।
Friends आपको हमारा Benefits of Lockdown and Coronavirus on Earth & in India का Article पसंद आया तो इसे अपने दोस्तों और Family Members के साथ भी जरूर शेयर करें ताकि उन्हें भी लॉकडाउन के फायदे और इस तरह की कुछ हट के जानकारियाँ मिल सके।