विश्व पृथ्वी दिवस 2024: कब और क्यों मनाते है? थीम, इतिहास और महत्व

विश्व पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को पर्यावरण और पृथ्वी के प्रति लोगों को संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से इसकी शुरूआत 1969 में जेराल्ड नेल्सन द्वारा की गयी थी।

World Earth Day कब और क्यों मनाया जाता है? जानिए Theme और History

इस वर्ष 2024 में 22 अप्रैल को सोमवार के दिन भारत समेत दुनिया के अधिकतर देशों में विश्व पृथ्वी दिवस की 54वीं वर्षगाँठ मनाई जा रही है। इसे मनाए जाने की घोषणा वर्ष 1969 में हुई थी, जिसके बाद 22 अप्रैल 1970 को पहली बार World Earth Day मनाया गया।

इस ब्रह्मांड में फिलहाल पृथ्वी एक मात्र ऐसा ग्रह माना है जहां जीवन की कल्पना कर पाना संभव है, ऐसे में यह दिवस हमें धरती पर जीवन बनाए रखने के लिए इसके महत्व को समझाने का प्रयास है। आइए Prithvi Divas Kab Manaya Jata Hai तथा इसकी Theme और History जानने का प्रयास करते है।

Vishwa Prithvi Divas
Vishwa Prithvi Divas

 

About Vishwa Prithvi Divas in Hindi
नामविश्व पृथ्वी दिवस
तारीख़22 अप्रैल (वार्षिक)
शुरूआत1969 में अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन द्वारा
पहली बार22 अप्रैल 1970
उद्देश्यलोगों को पर्यावरण और पृथ्वी के प्रति संवेदनशील बनाना
थीम (2024)प्लेनेट वर्सेज प्लास्टिक्स

 

विश्व पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है?

हर साल 22 अप्रैल को भारत और 192 से ज्यादा देशों में पृथ्वी दिवस मनाया जाता है, इसकी स्थापना या इसे मनाए जाने की शुरुआत अमेरिकी सीनेटर, जेराल्ड नेल्सन (Gaylord Nelson) द्वारा साल 1970 में दुनिया भर में पर्यावरण संरक्षण के समर्थन को प्रदर्शित करने के लिए की गई थी।

1970 में जब पहली बार पृथ्वी दिवस का आयोजन हुआ था तो उस समय पर 2 करोड़ से ज्यादा अमेरिकी लोगों ने इसमें हिस्सा लिया था और उस समय यह सबसे बड़े पर्यावरण आंदोलन के रूप में उभर कर सामने आया था। उस समय हर वर्ग, समाज और क्षेत्र के लोगों के साथ ही हजारों कॉलेज के विद्यार्थियों ने पर्यावरण को होने वाले नुकसान को लेकर आंदोलन छेड़ा था।

Vishva Prithvi Divas Wishes Photos
Vishva Prithvi Divas Wishes Photos

हालांकि Earth Day शब्द को जुलियन केनिग द्वारा सन 1969 में दिया गया था और 22 अप्रैल को ही केनिग का जन्मदिन भी होता है, वे नेल्सन की संगठन समिति में सीनेटर थे। इसके आलावा 1970 में 22 अप्रैल के दिन ही व्लादिमीर लेनिन का 100वां जन्मदिन भी था, जो एक रूसी साम्यवादी क्रांतिकारी, राजनीतिज्ञ तथा राजनीतिक सिद्धांतकार थे।

 

World Earth Day की शुरूआत कैसे हुई (इतिहास)?

गेलॉर्ड नेल्सन (Gaylord Nelson) लंबे समय से बिगड़ते पर्यावरण को लेकर चिंतित थे जिसके बाद उन्होंने जनवरी 1969 में कैलिफोर्निया में बड़े पैमाने पर तेल रिसाव को देखा, जिसमें भारी तबाही मची और कई जीवों की जान तक चली गयी तथा पर्यावरण को भारी क्षति पहुंची।

1970 में सीनेटर नेल्सन ने वायु और जल प्रदूषण के बारे में सार्वजनिक चेतना का संचार करने के लिए छात्र युद्ध-विरोधी आंदोलन से प्रेरित होकर, राष्ट्रीय मीडिया के लिए कॉलेज परिसरों में एक टीच-इन रखा और छात्रों की भागीदारी बढाने के लिए छुट्टीयों के सप्ताह में से 22 अप्रैल का दिन चुना और इसे पृथ्वी दिवस का नाम दिया।

जहाँ 20 मिलियन से ज्यादा अमेरिकी आधुनिक पर्यावरण आंदोलन में पृथ्वी की सुरक्षा का आह्वान करने के लिए इकट्ठा हुए।

1990 आते-आते यह अभियान एक वैश्विक अभियान बन चुका था और इस बार इसने 141 देशों में 200 मिलियन लोगों को इकट्ठा कर पर्यावरण के मुद्दों को अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाया।


1995 में राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने पृथ्वी दिवस के संस्थापक सीनेटर जेराल्ड नेल्सन को पर्यावरण पर उनके आजीवन कार्य के लिए प्रेसिडेंटियल मैडल ऑफ़ फ्रीडम से सम्मानित किया, यह संयुक्त राज्य में नागरिकों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।

 

 

विश्व पृथ्वी दिवस क्यों मनाया जाता है?

22 अप्रैल को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एकजुट कर पर्यावरण संरक्षण हेतु अपना सहयोग देने के लिए प्रेरित करना है, ताकि इस ग्रह को नुकसान पहुंचाने वाली मानव गतिविधियों को कम किया जा सके।

यह दिन उन पर्यावरण प्रेमियों के लिए उपयुक्त दिन है जो पर्यावरण और पृथ्वी से प्यार करते हैं और लगातार बढ़ती प्रदूषित गतिविधियों के सख्त खिलाफ हैं।

देश विदेश में बड़े पैमाने पर पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के साथ-साथ उद्योगों के नाम पर वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण का विस्तार हो रहा है तथा नदियां समुद्र और पर्यावरण दूषित किया जा रहा है ऐसे में एकजुट होकर इसके खिलाफ आवाज बुलंद करने का दिन है WorldEarth Day)।

आपको बता दें कि इस दिन से ही उत्तरी गोलार्ध में वसंत ऋतु और दक्षिणी गोलार्ध में शरद ऋतु का मौसम होता है।

 

विश्व पृथ्वी दिवस 2024 की थीम क्या हैं? (World Earth Day Theme)

विश्व पृथ्वी दिवस 2024 की थीम “Planet vs. Plastics” (ग्रह बनाम प्लास्टिक्स) है। पिछली साल 2023 में यह ‘Invest in our planet’ (हमारे ग्रह में निवेश करें) थी। यह थीम हमें हमारे स्वास्थ्य, हमारे परिवारों, हमारी आजीविका की रक्षा करने के लिए एकजुट होकर इस ग्रह में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करती है, क्योंकि हरा-भरा भविष्य एक समृद्ध भविष्य है।

world earth day 2024 theme

पिछली साल 2022 में भी इसे इसी विषय (इन्वेस्ट इन आवर प्लेनेट) के साथ मनाया गया था, तो वहीं वर्ष 2021 की Theme ‘हमारी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करें‘ (Restore Our Earth), और 2020 की थीम क्लाइमेट एक्शन (Climate Action) थी।

विश्व पृथ्वी दिवस 2023 थीम

पिछले कुछ सालों की थीम:
सालथीम (विषय)
2007धरती के प्रति दयालु बने-संसाधनों को बचाने से शुरुआत करें
2008कृपया पेड़ लगायें
2009कैसे आप आस-पास रहते हैं
2010कम करो
2011वायु को साफ करें
2012धरती को संगठित करना
2013जलवायु परिवर्तन का चेहरा
2014हरे शहर
2015जल अद्भुत विश्व
2016धरती के लिए पेड़
2017पर्यावरण और जलवायु साक्षरता
2018प्लास्टिक प्रदूषण का अंत
2019अपनी प्रजातियों की रक्षा करें (प्रोटेक्ट आवर स्पीशीज)
2020जलवायु क्रिया या कार्यवाही
2021हमारी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करें
2022हमारे ग्रह में निवेश करें

 

 

कैसे मनाया जाता है यह अंतर्राष्ट्रीय दिवस?

अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस के मौके पर इस ग्रह को बचाए रखने के लिए earthday.org द्वारा विश्व स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं। आमतौर पर इस दिन लोगों को पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूक किया जाता है, और उसके लिए भाषण, स्वच्छता और वृक्षारोपण जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं साथ ही नदियों की सफाई जैसे क्रियाकलाप भी इसमें शामिल होते हैं।

इस मौके पर स्वच्छता अभियान, पौधारोपण, पक्षियों के लिए घोसला बनाना, पॉलिथीन बैग ना इस्तेमाल करने और प्रदुषण कम करने पर ध्यान देने जैसी शिक्षा देनी चाहिए।

 

अंतिम शब्द

क्लाइमेट चेंज में मनुष्य का योगदान है और आज ज्यादातर लोग इस मानव निर्मित आपदा से जूझ रहे हैं, लेकिन वे इसे प्रकृतिक आपदा का नाम दे रहे है।

दोस्तों अगर आज भी हमने ध्यान नहीं दिया तो धरती जीवन जीने के अनुकूल नहीं रह जाएगी और आने वाले समय में यह आग के गोले में तब्दील हो जाएगी।

आज लोग चांद पर तो अपना घर बसाने की सोच रहे हैं लेकिन वे धरती को धीरे-धीरे नरक बनाते जा रहे हैं। उन्हें चांद पर जाने से पहले पृथ्वी के बारे में सोचना चाहिए और पृथ्वी जैसे अनमोल ग्रह को बर्बाद होने से बचाने पर जोर देना चाहिए, तभी सही मायने में International Earth Day मनाने का अर्थ और मकसद पूरा हो पाएगा।