World Music Day कब, क्यों और कैसे मनाया जाता है? Theme, इतिहास और कोट्स/शायरी
Vishva Sangeet Diwas 2024 India: अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हर साल 21 जून को “विश्व संगीत दिवस” (World Music Day) मनाया जाता है। इसकी शुरूआत वर्ष 1982 में फ्रांसीसी संस्कृति मंत्री जैक लैंग ने की थी। इसे पहली बार 21 जून 1982 को मनाया गया था।
संगीत का संबंध हर व्यक्ति से किसी ना किसी रूप में रहा है लोग संगीत को हृदय शांत और मूड अच्छा करने के लिए सुनते है। अब तो म्यूजिक थेरेपी के जरिए मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने और तनाव कम करने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।
नाम | विश्व संगीत दिवस, ‘फेटे डी ला म्यूजिक’ (वर्ल्ड म्यूजिक डे) |
तिथि | 21 जून (वार्षिक) |
शुरुआत | 1982 में फ्रांसीसी संस्कृति मंत्री जैक लैंग द्वारा |
पहली बार | 21 जून 1982 |
उद्देश्य | लोगों को संगीत के बारे में तो जागरूक करना और विश्व में सदा शांति बनाए रखना। |
थीम | चौराहों पर संगीत (Music at the intersections) |
कैसे हुई वर्ल्ड म्यूजिक डे की शुरुआत? (इतिहास)
फ्रांसीसी संस्कृति मंत्री मौरिस फ़्ल्यूरेट द्वारा इसे प्रस्तावित किए जाने के बाद वर्ष 1981 में, पूर्व फ्रांसीसी संस्कृति मंत्री जैक लैंग (Jack Lang) ने संगीत के चमत्कार को विश्व संगीत दिवस के रूप में मनाने के इस विचार किया और इसकी स्थापना की। तभी से यह दिन हर साल 21 जून को मनाया जाता है जो साल का सबसे लम्बा दिन होता है।
वर्ल्ड म्यूजिक डे मनाए जाने का श्रेय पूरी तरह से उस समय रहे सांस्कृतिक मंत्री Jack Lang को जाता है हालांकि इससे पहले अमेरिका के एक म्यूजिशियन योएल कोहेन ने भी 1976 में इस दिवस को लेकर अपना विचार प्रकट किया था।
इसे फ्रेंच भाषा में फेटे डी ला म्यूजिक (Fête de la Musique) भी कहा जाता हैं, जिसका मतलब ‘म्यूजिक फेस्टिवल’ होता है अथार्त् संगीत समारोह या संगीत का त्योहार।
क्यों मनाया जाता है विश्व संगीत दिवस? (महत्व)
21 जून को मनाया जाने वाला विश्व संगीत दिवस, संगीत के माध्यम से शांति को बढ़ावा देने और अच्छे कामों को फैलाने के लिए मनाया जाता है। इसका सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य संगीत को सभी के लिए मुफ्त में सुलभ बनाना है और लोगों को इसके प्रति जागरूक करना भी है ताकि उनका विश्वास संगीत से न उठे।
वर्ल्ड म्यूजिक डे का मकसद अलग-अलग तरीके से म्यूजिक का प्रचार-प्रसार करने के अलावा एक्सपर्ट व नए कलाकारों को इक्क्ठा करके एक मंच पर लाना है। साथ ही लोगों को संगीतकारों, संगीत प्रेमियों और वाद्ययंत्रों का सम्मान करना सिखाना है।
फ़्रांस द्वारा अन्तराष्ट्रीय संगीत दिवस दुनिया में सदा शांति बनाए रखना के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
World Music Day 2024 Quotes Photos (संगीत पर दो लाइन शायरी)
“संगीत की भाषा, पूरी दुनिया समझती हैं। इसके बिना जिंदगी अधूरी सी लगती है।”
– विश्व संगीत दिवस की हार्दिक शुभकामनायें“दुनिया की अलग अलग भाषाओं में संगीत ही वो सबसे अच्छी भाषा है, जिसे सब समझते हैं।”
– हैप्पी म्यूजिक डेहँसकर जीने में ही जीत है, आत्मा की आव़ाज ही संगीत है।
अंतर्राष्ट्रीय संगीत दिवस की बधाईयाँ!बेजान जिन्दगी में खुशहाली का गीत होना चाहिए, मन का मीत हो न हो लेकिन साथ संगीत होना चाहिए।
विश्व संगीत दिवस की शुभकामनाएं!भले ही आप संगीत को छू न सके, लेकिन संगीत आपको छू सकता है…!!
Happy Music Dayख़ुश होने पर आप संगीत का आनंद लेते हैं, लेकिन दु:खी होने पर आप इसे महसूस करते हैं।
– म्यूजिक दिवस की शुभकामानाएं“संगीत भावनाओं की अभिव्यक्ति हैं। इसमें हमारे जीवन को फिर से जीवंत करने की शक्ति है।”
हैप्पी वर्ल्ड म्यूजिक डे“किताबों और संगीत से बेहतर कोई दोस्त नहीं हो सकता!”
– Sangeet Diwas Ki Shubhkamnaye“संगीत से प्रेम करने वाले ही, सपनों का भरपूर आनंद ले सकते हैं।”
World Music Day Wishes Images
World Music Day Theme 2024 (विश्व संगीत दिवस का विषय)
दुनियाभर के गायकों और संगीतकारों को संगीत क्षेत्र में दिए गए उनके योगदानों के लिए सम्मानित करने के लिए इसे एक ख़ास थीम के साथ मनाया जाता है, इस बार 2023 में दो साल के विराम के बाद यूरोपियन फोरम ऑन म्यूजिक (EFM) आखिरकार अपने 11वें संस्करण ‘सस्टेन म्यूजिक‘ के साथ वापस आ गया है जिसे बुडापेस्ट, हंगरी में आयोजित किया जाएगा।
इस साल 2024 की थीम अभी घोषित की जानी बाकी है। पिछली साल विश्व संगीत दिवस 2022 की थीम “चौराहों पर संगीत” (Music at the intersections) थी। 2021 में इसके आयोजन को “मेक म्यूजिक डे” का नाम भी दिया गया।
2024 में 21 जून को शुक्रवार के दिन 43वां विश्व संगीत दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन आप अपने पसंदीदा गायक या संगीतकार का सोंग सुनकर यह दिवस माना सकते है।
कैसे मनाया जाता है वर्ल्ड म्यूजिक डे?
120 देशों के 1000 से अधिक शहरों में, इसे बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता हैं। इसमें भारत, स्पेन, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान, ब्राजील, संयुक्त राज्य अमेरिका, नाइजीरिया और अर्जेंटीना जैसे देश शामिल होते है।
हर साल 21 जून के दिन मेक म्यूजिक कंसर्ट का आयोजन किया जाता है जिसमें दुनिया भर के उत्कृष्ट कलाकारों, संगीतकारों, गायकों, रॉक बैंड, मार्चिंग बैंड और रैपर भी हिस्सा लेते है।
इसमें कौशल युक्त लोगों को एक मंच प्रदान किया जाता है जहां पर वह अपने आप और अपनी कला को लोगों तक पहुंचाने के लिए स्वतंत्र होते हैं। यह मेक म्यूजिक कंसर्ट पूरी तरह से मुफ्त और जनता के लिए खुले होते हैं। पिछले कुछ सालों तक COVID-19 प्रभावित इलाकों में इस उत्सव का आयोजन वर्चुअली या डिजिटली किया गया था।
यह भी पढ़ें: बेस्ट गाना बनाने वाला एप्प
भारत में संगीत की उत्पत्ति कब और कैसे हुई?
भारत में संगीत का इतिहास आज का नहीं बल्कि सहस्त्त्रों वर्ष पुराना है, पौराणिक काल से ही ज्ञान की देवी कही जाने वाली देवी सरस्वती को वीणा वादिनी के नाम से जाना जाता है। बताया जाता है उन्हें भगवान शिव ने संगीत की शिक्षा दी थी और शिव को वेदों के निर्माता ब्रह्मा ने संगीत का ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसके बाद माता सरस्वती से यह कला नारद मुनि को प्राप्त हुई जिन्होंने इसे स्वर्ग लोक की अप्सराओं, गन्धर्वों और किन्नरों तक पहुँचाया।
तभी से भगवान शिव का डमरु हो या कृष्ण की बांसुरी सब से ही सुर-संगीत निकलता रहा है। इनके अलावा इसमें कबीर, रहीम, तुलसीदास और मीरा जैसे अहम नाम शामिल है।
इन सभी तथ्यों से यह साफ हो जाता है कि भारतीय संस्कृति में पौराणिक काल से ही संगीत का अस्तित्व रहा है और समस्त देवता गण इसे एक सूत्र में पिरोते आए हैं।
संगीत सुनने के फायदे (Benifits of Listening to Music)
संगीत के कई राग शरीर की कई परेशानियों को दूर करने और आत्मविश्वास को बढ़ाने में कारगर साबित होते हैं। कुछ रिसर्च के मुताबिक़ संगीत के अलग-अलग राग आपके शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर काम करके उन्हें राहत पहुंचाते हैं।
- संगीत आपको खुश करता है,
- यह तनाव कम करता है,
- अच्छी नींद के लिए उपयुक्त है,
- डिप्रेशन कम करता है,
- याददाश्त को मजबूत करता है।
पहले और अब के संगीत में जमीन आसमान का अंतर है जहां पहले संगीत के लिए अधिकतर वाद्य यंत्रों का इस्तेमाल किया जाता था तो वहीं आज यह पूरी तरह से कंप्यूटर पर शिफ्ट हो गया है। टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर की मदद से एक कमरे में बैठकर अकेला व्यक्ति ही संगीत गढ़ देता है।
हमारे जीवन में संगीत का महत्व काफी ज्यादा है, उसे हम चाहे रेडियो के जरिए सुने, टीवी के जरिए सुने या खुद से बजाकर सुने यह मन को तृप्त कर देता है।