Hanuman Jayanti Date 2020: कब, क्यों और कैसे मनायी जाती है हनुमान जयंती जानिए पूजा विधि, कथा और शुभ मुहूर्त
Hanuman Jayanti 2020 in Hindi: क्या आप जानते है कि भगवान राम के परम भक्त हनुमान का जन्मदिन कब आता है? अगर नहीं तो हम आपको बता दें कि हिंदू पुराणों के मुताबिक हनुमान जयंती ही बजरंग बली का जन्मदिन है जिसे हर साल चैत्र माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।
वैसे तो भारत के अलग-अलग हिस्सों में हनुमान जी के जन्म की अलग-अलग मान्यताएं होने के कारण हनुमान जयंती साल भर में कई बार मनायी जाती है, परंतु भारत के उत्तरी हिस्से (दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब आदि) में चैत्र पूर्णिमा को हनुमान जयंती मनाने का महत्व सर्वाधिक है। यहाँ हनुमान जी की वानर रूप में पूजा की जाती है।
इस दिन बजरंगबली के भक्तों द्वारा उनकी विधि-विधान से पूजा की जाती हैं और अगर आप हनुमान जयंती की पूजा विधि, कथा और Hanuman Jayanti का शुभ महूर्त जानना चाहते है तो आपको यह सभी जानकारी (Hanuman Jayanti 2020 in Hindi) इसी लेख में मिल जाएगी, परन्तु आपको यह भी जान लेना चाहिए की हनुमान जयंती कब, क्यों और कैसे मनायी जाती है? तो चलिए शुरू करते है।
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Hanuman Jayanti Kab Hai 2020 Date in Hindi Subh Mahurat Pooja Vidhi |
२०२० में इस दिन है हनुमान जयंती | Hanuman Jayanti 2020 Date in Hindi
पौराणिक कथाओं और हिन्दू कैलेंडर के अनुसार हनुमान जी का जन्म चैत्र मास शुक्ल की पूर्णिमा को हुआ था। ग्रेगोरियन कैलेंडर की माने तो यह दिन मार्च या अप्रैल महीने में पड़ता है। इस साल 2020 में हुनमान जयंती 8 अप्रैल को बुधवार के दिन है। और इस वर्ष पूर्णिमा तिथि 7 अप्रैल को मंगलवार के दिन दोपहर 12:01 बजे से शुरु होकर अगले दिन 8 अप्रैल को सुबह 8:04 बजे तक रहेगी।
उत्तर भारत में तो हनुमान जयंती चैत्र शुक्ल पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है परन्तु देश के विभिन्न हिस्सों में अपनी-अपनी मान्यताओं के अनुसार श्री हनुमान जयंती अलग-अलग दिन मनाते हैं।
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भगवान हनुमान की जन्म कथा क्या है?
हिन्दू धर्म की पौराणिक कथाओं की माने तो हनुमान जी, भगवान शिव के 11वें रुद्ररूप है। बताया जाता है जब सागर मंथन के बाद अमृतपान के लिए असुरों व देवताओं के बीच लड़ाई हो रही थी, तब असुरों द्वारा अमृत को छीन लिया गया जिसके बाद असुरों व देवताओं के मध्य भयंकर युद्ध जैसे हालात उत्पन्न हो गए।
और इस परिस्थिति को देख भगवान विष्णु मोहिनी रुप धारण कर देवताओं को अमृत पान कराने आए और मोहिनी के रूप को देख असुर ही नहीं अपितु देवता भी उसके रूप पर मोहित हो गए थे। और भगवान शिव द्वारा वीर्य पात किया गया।
इस वीर्य को पवनदेव द्वारा अंजनी के गर्भ में प्रविष्ट कर दिया। जिसके बाद वानर रूप में माता अंजना के गर्भ से भगवान हनुमान का जन्म हुआ।
कैसें करें हनुमान जयंती पर बजरंगबली की पूजा, क्या है विधि?
- चरण-1: हनुमान जयंती के दिन सुबह सवेरे उठकर नहा-धोकर स्वच्छ कपड़े पहने।
- चरण-2: अब घर में मंदिर या किसी पवित्र स्थान पर बजरंग बली की फोटो या प्रतिमा को स्थापित करें।
- चरण-3: अब हनुमान जी को तिल के तेल में मिला कर सिंदूर चढ़ाएं।
- चरण-4: हो सके तो बूंदी या बूंदी के लड्डू और इमरती आदि का भोग लगाए या फल चढ़ाएं।
- चरण-5: अब बजरंगबली की आरती तथा हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- चरण-6: इसके बाद धूप, दीप नवैद्य तथा पुष्प से उनकी पूजा करनी चाहिए।
- चरण-7: पूजा संपन्न हो जाने के बाद गुड़-चने का प्रसाद बांटें।
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हनुमान जयंती 2020 का शुभ मुहूर्त और पूर्णिमा तिथि क्या है?
इस बार हनुमान जयन्ती की तिथि बुधवार, अप्रैल 8, 2020 को पड़ रही है, और चैत्र पूर्णिमा तिथि मंगलवार, 07 अप्रैल 2020 को दोपहर 12 बजकर 01 मिनट से प्रारंभ होकर अगले दिन बुधवार, 08 अप्रैल 2020 को सुबह 08 बजकर 04 मिनट पर समाप्त होगी।
हनुमान जयंती यानि 08 अप्रैल के दिन सुबह 08 बजे से पहले ही बजरंगबली की पूजा कर लें क्योंकि सुबह 08 बजकर 04 मिनट के बाद वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा प्रारंभ हो जाएगी। 08 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 03 मिनट से 06 बजकर 07 मिनट के बीच सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है ऐसे में हनुमान जी की पूजा करने का यह श्रेष्ठ समय है।
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भगवान राम और हनुमान जी एवं उनके मन्त्र:
वैसे तो हनुमान जी को संकट मोचन, बजरंगबली, अंजनी सुत, और पवन पुत्र आदि नामों से संबोधित किया जाता है, परन्तु वे भगवान श्रीराम के परम भक्त थे और उन्ही की भक्ति के मकसद से ही पृथ्वी पर जन्मे थे।
उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन भगवान राम के नाम कर दिया था, त्रेतायुग में जब भगवान श्रीराम वन में माता सीता की तलाश में यहाँ वहाँ भटक रहे थे तब उन्होंने ने ही समुद्र पार कर माता सीता का पता लगाया।
और संजीवनी बूटी ला कर लक्ष्मण के प्राणों की भी रक्षा की। वे सभी संकटों को पल भर में हर लेते है इसलिए उन्हें संकटमोचन कहा जाता है।
हनुमान जयंती पर कुछ मंत्र:
ॐ श्री हनुमते नम:
ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्।
"मनोजवं मारुततुल्यवेगम्
जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं
श्री रामदूतं शरणं प्रपद्ये।।"
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"श्री गुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुर सुधारि।
बरनऊँ रघुवर विमल जसु, जो दायकु फल चारि।।
बुद्धिहीन तनु जानि के, सुमिरौ पवन कुमार।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेश विकार।।"
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Hanuman Jayanti FAQs in Hindi | हनुमान जयंती से सम्बंधित प्रश्नोत्तर
अप्रैल में पूर्णिमा कब है?
हनुमान जयंती कब है 2020 में?
इस साल 2020 में हनुमान जयंती 8 अप्रैल को बुधवार के दिन है।
हनुमान जयंती क्यों मनाते है?
हनुमान जयंती कैसे मनाते है?
हनुमान जी का जन्म किस दिन हुआ था?
हनुमान जी के माता पिता का नाम क्या था?
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अन्तिम शब्द
फ्रेंड्स अब तो आपको पता चल ही गया होगा की हनुमान जयंती कब, क्यों और कैसे मनायी जाती है? (Hanuman Jayanti 2020 in Hindi), और हनुमान जयंती की पूजा विधि, कथा और Hanuman Jayanti का शुभ महूर्त क्या है, अगर आपको Hanuman Jayanti Kab Hai 2020 Date और मन्त्र की यह जानकारी पसंद आई तो इसे अपने दोस्तों और परिवार जनों के साथ भी जरूर शेयर करें।