National Doctor's Day 2020: राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के बारें में जानकारी हिंदी में
नेशनल डॉक्टर्स डे 2020: दुनियाभर में डॉक्टरों को भगवान के समान दर्जा दिया गया है और आजा कोरोना वायरस में जहां मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे सब कुछ बंद है तो वहीं भगवान के रूप में डॉक्टर ही है जो कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हैं और उन्हें जीवनदान दे रहे हैं।
हालांकि देशभर से कुछ हैरानी करने वाली और दुख भरी तस्वीरें भी आई थी जिसमे Doctors पर पत्थरबाजी की गई और उनके साथ बदसलूकी की गई। हालंकि कुछ ने बाद में माफी भी मांगी, परंतु क्या हमें डॉक्टरों के साथ ऐसा सलूक करना चाहिए? जरा सोचिए एक बार...
![]() |
National Doctors Day 2020 Dr. Bidhan Chand Rai In Hindi |
आज दुनिया भर में जानलेवा बीमारियों से लड़ने के लिए डॉक्टरों ने अपने आप को तैयार कर लिया है और कुछ तकनीक आ जाने से डॉक्टरों को इलाज करने में थोड़ी बहोत आसानी हो जाती है परंतु आप किसी भी डॉक्टर की काम के प्रति समर्पण, लगन और निष्ठा से इंकार नहीं कर सकते हैं।
इस साल भारत और कई देशों में डॉक्टरों पर फूल भी बरसाए गए और कोरोना वॉरियर्स के लिए ताली और थाली बजाकर उन्हें सम्मान देने का भी आयोजन किया गया।
राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2020: National Doctors Day in Hindi
नाम | विश्व पर्यावरण दिवस (National Doctor's Day) |
तिथि | 1 जुलाई |
पहली बार | 1 जुलाई 1991 |
शुरुआत | 1991 में भारत की केंद्र सरकार द्वारा |
उद्देश्य | प्रख्यात चिकित्सक डॉ बिधान चन्द्र रॉय जी को श्रध्दांजलि देने और सभी डॉक्टरों का सम्मान करने के लिए। |
अगली बार | 1 जुलाई 2021 |
भारत में कब मनाया जाता है डॉक्टर्स डे?
भारत में हर साल 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। इस साल 2020 में 1 जुलाई को सोमवार के दिन 30 वां राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाएगा। और कोरोनावायरस से लड़ने वाले डॉक्टरों और देशभर के सभी चिकित्सकों को सम्मान दिया जाएगा तथा उनके द्वारा किए गए कार्यों के लिए उन्हें धन्यवाद किया जाएगा।
कैसें हुई राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाने की शुरुआत?
भारत की केंद्र सरकार द्वारा साल 1991 में 1 जुलाई को Doctor's Day को मनाने की शुरुआत की गयी थी। जिसका मकसद Dr. Bidhan Chandra Roy जी को उनकी जयंती और पुण्यतिथि पर उन्हें श्रध्दांजलि अर्पित करना था, वे चिकित्सा को एक पेशे के रूप में नहीं बल्कि समाज के कल्याण और उत्थान का जरिया मानते थे।
यह भी पढ़ें: विश्व फार्मासिस्ट दिवस: कब, क्यों और कैसें मनाया जाता है? Theme In Hindi
नेशनल डॉक्टर्स डे क्यों मनाते है?
1 जुलाई को भारत में राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भारत के सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ बिधान चंद्र राय जी का जन्म हुआ था और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए ही उनकी जयंती और पुण्यतिथि को भारत में नेशनल डॉक्टर्स डे (राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस) के रूप में मनाया जाता है।
आपको बताते चले कि डॉ बिधान चंद्र राय जी का जन्म 1 जुलाई 1882 को बिहार के पटना जिले में हुआ था और वे पश्चिम बंगाल के दुसरे मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
National Doctors Day मनाने का उद्देश्य क्या है?
अधिकतर दिवस सम्मान या फिर जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है भारत में राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे बनाए जाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को डॉक्टरों के कार्यों के प्रति जागरूक करना और उनके कार्य के प्रति उनकी निष्ठा समर्पण और ईमानदारी के भाव के लिए उन्हें सम्मान देना है। इस दिन हमें सभी चिकित्सकों का आभार प्रकट करना चाहिए और उन्हें धन्यवाद करना चाहिए।
साथ ही यह दिन उन डॉक्टरों के लिए भी सबक का दिन है जो मरीजों की मजबूरी का फायदा उठा कर उन्हें ठगते हैं और अपने कार्य के प्रति जरा भी निष्ठा, विश्वास और इमानदारी नहीं दिखाते।
यह भी पढ़ें: चिकित्सा सेतु ऐप: उत्तर प्रदेश सरकार ने डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए लॉन्च किया यह एप
कौन थे डॉ.बिधानचंद्र रॉय? - Dr. Bidhan Chandra Roy in Hindi
डॉ.बिधानचंद्र रॉय जी भारत के महान चिकित्सक, स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ और 1948 से 1962 तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे थे। उनका जन्म और मृत्यु की तारीख 1 जुलाई थी। चिकित्सा के क्षेत्र में उनका योगदान सराहनीय है।
बिधान चन्द्र राय जी का का जन्म बिहार की राजधानी पटना के बांकीपोर में 1 जुलाई, 1882 को हुआ था, वे अपने माता पिता की पांचवी संतान थे, उन्होंने अपनी पढाई पूरी की और साल 1909 में वे लंदन के सेंट बार्थोलोमेव्स हॉस्पिटल में प्रवेश लिया जहाँ से उन्होंने 2 साल 3 महीने में ही एक साथ फिजिशन और सर्जन की डिग्री हासिल की। इसके बाद वे जब 1911 में भारत लौटे तो उन्होंने चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए।
और 1925 में वे राजनीति जगत में आए और 1930 में, उन्होंने सविनय अवज्ञा आंदोलन में भी हिस्सा लिया। इसके बाद वे आज़ाद भारत के बंगाल राज्य के दुसरे मुख्यमंत्री बने और अपनी मृत्यु तक लगभग 14 वर्षों तक इस पद पर सफलतापूर्वक कई सराहनीय कार्य किए।
और उन्होंने कई विश्वविद्यालय और नगरो का भी स्थापना की। उनके द्वारा बसाए गए नगरों में दुर्गापुर, कल्याणी, बिधाननगर और अशोकनगर जैसे प्रमुख नगर शामिल हैं।
आखिरकार वे मरते-मरते भी जनता की भलाई के लिए ही काम करते रहे और वर्ष 1961 में अपनी सारी संपत्ति और घर बार जनता को सौप कर 1 जुलाई 1962 को इस दुनिया को अलविदा कह गए।
डॉ रॉय को उनके द्वारा किए गए कार्यों के लिए 4 फरवरी, 1961 को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से नवाजा गया।
नेशनल डॉक्टर्स डे कैसे मनाया जाता है?
हर साल राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस किसी खास थीम के साथ मनाया जाता है तथा इस साल 2020 की Theme को अभी घोषित नहीं किया गया है जैसे ही इस वर्ष का विषय घोषित किया जाएगा आपको इसी लेख में यह जानकारी अपडेट करके दे दी जाएगी।
- 1 जुलाई को ज्यादातर लोग डॉक्टरों को उनका ध्यान रखने वालों ने स्वस्थ बनाए रखने के लिए फोन करके मैसेज करके या फिर फेसबुक इंस्टाग्राम या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद से उन्हें धन्यवाद कहते हैं।
- लोग अपने फैमिली डॉक्टर के घर जाकर उन्हें ग्रीटिंग कार्ड्स गुलदस्ते फूल आदेश देकर उनका धन्यवाद करते हैं।
- स्कूलों में एवं कई शैक्षणिक संस्थानों में भी इस दिन सभी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिनमें डॉक्टरों पर निबंध लेखन भाषण प्रतियोगिता क्वेश्चन और डॉक्टरों को धन्यवाद करने के लिए चित्रकला ड्राइंग प्रतियोगिता भी कराई जाती है।
- साथ ही आप अस्पताल एवं स्वास्थ्य केंद्रों या नर्सिंग होम में जाकर Doctors को विशेष रूप से धन्यवाद कर सकते हैं और उन्हें अपनी तरफ से पार्टी या फिर नए धन्यवाद कहने के लिए उन्हें कोई गिफ्ट दिया सरप्राइज भी दे सकते हैं।
यह भी पढ़ें: National Dentist's Day 2020: राष्ट्रीय दंत चिकित्सक दिवस Information in Hindi
अन्तिम शब्द
तो दोस्तों अब तो आप समझ ही गए होंगे कि भारत में नेशनल डॉक्टर डे या राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस कब क्यों और कैसे मनाया जाता है तथा डॉ बिधान चंद्र राय जी कौन थे?
अगर आपको National Doctors Day Information in Hindi का यह लेख पसंद आया तो इसे अपने दोस्तों और परिवार जनों के साथ भी जरूर साझा करें और डॉक्टरों को Happy Doctors Day 2020 या Thank You Doctor कहना ना भूलें। यह दिन चिकित्सकों के प्रति आदर-सम्मान और आभार व्यक्त करने का दिन हैं।