World Philosophy Day 2022: विश्व दर्शन दिवस की थीम, इतिहास और महत्व

World Philosophy Day 2022: विश्व दर्शन दिवस कब, क्यों और कैसे मनाते है? Theme, History & Significance

World Philosophy Day 2022: इस साल 2022 में विश्व दर्शन दिवस 17 नवंबर को गुरुवार के दिन मनाया जा रहा है, यह प्रत्येक वर्ष नवम्बर के तीसरे बृहस्पतिवार को मनाया जाता है।

वर्ल्ड फिलॉसफी डे पहली बार 21 नवंबर 2002 को मनाया गया था, इसे ऐसे सभी दार्शनिकों (Philosophers) के सम्मान में मनाया जाता है, जिन्होंने सम्पूर्ण विश्व को स्वतंत्र विचारों के लिए स्थान उपलब्ध कराया।

World Philosophy Day 2022 Vishva Darshan Diwas
World Philosophy Day 2022 Vishva Darshan Diwas
इंटरनेशनल फिलोसोफी डे के बारे में जानकारी:
नाम:विश्व दर्शन दिवस
शुरूआत:वर्ष 2002 में
पहली बार:21 नवंबर 2002
तिथि:नवम्बर का तीसरा गुरूवार (वार्षिक)
कब17 नवम्बर 2022
अगली बार16 नवम्बर 2023

 

विश्व दर्शन दिवस की शुरूआत का इतिहास?

विश्व दर्शन दिवस की शुरुआत वर्ष 2002 में यूनेस्को द्वारा की गई थी, लेकिन वर्ष 2005 में यूनेस्को के एक सम्मेलन में यह निश्चय किया गया कि वर्ल्ड फिलोसोफी डे प्रत्येक वर्ष नवंबर के तीसरे गुरुवार को मनाया जायेगा।

इस महत्वपूर्ण दिवस की स्थापना कर यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) द्वारा मानवीय गरिमा तथा विविधता का सम्मान करने वाले एक फिलोसॉफिकल बहस की विश्व स्तरीय संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयत्न किया गया है।

यह विशेष दिवस मुख्य रूप से अकादमी के आदान-प्रदान को प्रोत्साहित तो करता ही है साथ ही यह वैश्विक मुद्दों के समाधान में दार्शनिक ज्ञान (फिलोसॉफिकल नॉलेज) के योगदानों पर भी प्रकाश डालता दिखाई देता है।

 

क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड फिलॉसफी डे?

विश्व फिलोसोफी दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रीय संदर्भों में दर्शन (Philosophy) के महत्व को उजागर करना है। इसका लक्ष्य सामाजिक परिवर्तनों का समर्थन करने वाली समकालीन चुनौतियों पर वैश्विक बहस में क्षेत्रीय योगदान प्राप्त करना है।

इस दृष्टिकोण का उद्देश्य क्षेत्रीय गतिशीलता को बढ़ावा देना है, जो प्रवासन, कट्टरपंथीकरण, पर्यावरण परिवर्तन, या कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसी प्रमुख चुनौतियों का सामना करने के लिए वैश्विक सहयोग को प्रोत्साहित करता है।

इसके कुछ अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य इस प्रकार है:

  • आने वाली पीढ़ियों के लिए फिलॉसफी की पढ़ाई के सार्वभौमीकरण के महत्व को रेखांकित करना।

  • विश्व स्तर पर दर्शन शिक्षण की स्थिति का मूल्यांकन करना तथा समान पहुंच पर विशेष जोर देना।

  • फिलॉसफी के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करना।

  • दर्शन के लिए राष्ट्रीय क्षेत्रीय उप क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करना।

 

 

World Philosophy Day की Theme?

इस साल 2022 में यूनेस्को और ले फ्रेस्नोय – नेशनल स्टूडियो ऑफ़ कंटेम्परेरी आर्ट्स, विश्व दर्शन दिवस मनाने के लिए, 16 से 18 नवंबर 2022 तक पेरिस में स्थित यूनेस्को मुख्यालय में “द ह्यूमन ऑफ़ द फ्यूचर” थीम पर एक संगोष्ठी और प्रदर्शनी का आयोजन करने जा रही है।

Philosophy ग्रीक शब्द phílosophía से आया है, जिसका अर्थ है ‘ज्ञान का प्रेम’। सदियों से हर संस्कृति में फिलॉसफी ने विचारों, अवधारणाओं एवं विश्लेषण को जन्म दिया है। UNESCO की माने तो दर्शन उन सिद्धांतों और मूल्यों के वैचारिक आदान-प्रदान करता है जिन सिद्धांतों पर विश्व शांति निर्भर करती है, जैसे: लोकतंत्र, न्याय, समानता और मानवाधिकार।

 

विश्व फिलोसोफी दिवस कैसे मनाया जाता है?

विश्व स्तर और यूनेस्को के नेतृत्व में वर्ल्ड फिलोसोफी डे एक खास तरीके से मनाया जाता है, इस दिन पेरिस मे स्तिथ UNESCO के मुख्यालय मे Philosophy के महत्वपूर्ण और गम्भीर सावालों पर विचार किया जाता है।

विश्व दर्शन दिवस दार्शनिक प्रतिबंध के महत्व को सेलिब्रेट करता है तथा दुनिया भर के लोगों को आपस में अपने दार्शनिक विरासत को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करता है।

 

World Philosophy Day Quotes (जीवन और दर्शन पर उद्धरण/कोट्स)

यहाँ जीवन और दर्शन पर महान और प्रसिद्ध दार्शनिकों के उद्धरण दिए गए है, जो आपको जीवन जीने की नयी सीख देंगे।

  • “खुद वो बदलाव बनिए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं।” – महात्मा गांधी

  • “जीवन कितना भी कठिन क्यों न लगे, आप हमेशा कुछ न कुछ कर सकते हैं और उसमें सफल भी हो सकते हैं” – स्टीफन हॉकिंग

  • “हंसी के बिना एक दिन बर्बाद दिन है।”निकोलस चामफोर्ट

  • “कल्पना ज्ञान से ज्यादा महत्वपूर्ण है।”अल्बर्ट आइंस्टीन

  • ‘केवल एक चीज जो मैं जानता हूं वह यह है, कि मैं कुछ नहीं जानता’।सुकरात

  • “बुद्धिमान लोग इसलिए बोलते हैं क्योंकि उनके पास कहने के लिए कुछ होता है, मूर्ख इसलिए कि उन्हें कुछ कहना होता है।” प्लेटो

  • ‘केवल एक अच्छाई है, ज्ञान…
    और एक बुराई, अज्ञानता’सुकरात

  • “जीत हमेशा लड़ाई जीतना नहीं है… लेकिन हर बार गिरने पर उठना विजय है।” नेपोलियन बोनापार्ट

  • सत्य को हजार अलग-अलग तरीकों से कहा जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य ही होगा। स्वामी विवेकानंद

  • यह सुपर मानव होने के बारे में नहीं है बल्कि यह महसूस करने के बारे में है कि मानव होना सुपर है।” सद्गुरु जग्गी वासुदेव

  • “किसी विचार को स्वीकार किए बिना उसका मनोरंजन करने में सक्षम होना एक शिक्षित दिमाग की निशानी है।” अरस्तू

 

👇 इस जानकारी को शेयर करें 👇