National Hindi Day 2024: कब, क्यों और कैसे मनाया जाता है हिन्दी दिवस? हिस्ट्री और राष्ट्रभाषा की जानकारी
Hindi Diwas 2024: सन् 1949 में हिन्दी को राजभाषा घोषित किए जाने के बाद, वर्ष 1953 से भारत में हर साल 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस (National Hindi Day) मनाया जाता है, इसका उद्देश्य हिंदी भाषा को बढ़ावा देना और इसका प्रचार-प्रसार करना है। इसे भारत की राजभाषा बनाने में अहम योगदान देने वालों में से एक व्यौहार राजेंद्र सिंह का जन्मदिन भी इसी दिन होता है।
इसके अलावा वैश्विक स्तर पर प्रति वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस (World Hindi Day 2024) मनाया जाता है इसकी शुरूआत वर्ष 2006 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह जी ने की थी। यह दिन 1975 में नागपुर में हुए प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन को रेखांकित करता है।
नाम: | राष्ट्रीय हिन्दी दिवस (National Hindi Day) |
तिथि: | 14 सितंबर (वार्षिक) |
पहली बार: | 1953 |
उद्देश्य: | लोगों को हिंदी भाषा के बारे में जागरूक करना एवं इसके महत्व को समझाना। |
संम्बंधित दिन: | विश्व हिंदी दिवस (10 जनवरी) |
राष्ट्रीय हिंदी दिवस की शुरुआत कब और कैसे हुई?
प्रतिवर्ष 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिन्दी दिवस इसलिए मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन सन् 1949 में देवनागरी लिपि में लिखी हिंदी भाषा को भारत गणराज्य की राजभाषा का दर्जा मिला और भारतीय संविधान के 17वें भाग के अनुच्छेद 343(1) में इसे लेकर जरूरी प्रावधान किए गए।
इसी ऐतिहासिक दिन को चिन्हित करने के लिए वर्ष 1953 से ही राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा प्रतिवर्ष 14 सितंबर को ‘हिंदी दिवस‘ का आयोजन किया जाता है। हमारे देश में हिन्दी बोलने, समझने और पढ़ने वालों की संख्या करीबन 77 फीसदी हैं।
14 सितंबर को हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है?
14 सितंबर को मनाए जाने वाले हिंदी दिवस का उद्देश्य हिन्दी भाषा का उत्थान और भारत में इसे राष्ट्रभाषा के रूप में स्थापित करना है। इसके साथ ही देश भर में इसके इस्तेमाल को बढ़ावा देना और इसके महत्व को बताना भी इसका मुख्य मकसद है।
इसे मनाए जाने की सिफारिश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति ने की थी, जिसके बाद 14 सितंबर 1953 में इसे पहली बार मनाया गया। इस दिन सरकारी कार्यालयों में हिंदी के अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए संकल्प लेने को कहा जाता है।
भारत के विदेश मंत्री के तौर पर श्री अटल बिहारी वाजपेई जी ने वर्ष 1977 में संयुक्त राष्ट्र महासभा को हिंदी में संबोधित किया था, इससे पहले स्वामी विवेकानंद जी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिंदी में भाषण दिया है।
हिंदी राजभाषा कैसे बनी? इतिहास
जिस प्रकार भारत विविधताओं का देश है उसी तरह से भारत एक बहुभाषी देश भी है, जहां 100 से ज्यादा भाषाएं एवं बोलियां बोली जाती हैं ऐसे में आप सोच सकते हैं कि ‘हिंदी‘ को राष्ट्रभाषा के रूप में चुना जाना कितना कठिन रहा होगा।
भारत की आज़ादी के साथ ही राष्ट्रभाषा को लेकर भी समस्या होने लगी और राजभाषा के चुनाव के लिए संविधान सभा द्वारा इसे लेकर वोट डाले गए और सभा ने हिंदी को राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के रूप में चुनने का फैसला लिया।
14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी भाषा को देश की राजभाषा घोषित किया और इसे भारतीय संविधान के 17वें भाग के अनुच्छेद 343(1) में जगह मिली। जिसमे लिखा गया है संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी। 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने के साथ ही हिंदी भाषा को आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता मिली।
हालांकि, हिंदी को राजभाषा के रूप में चुनना आसान नहीं था। इसके लिए, ईश्वरचंद्र विद्यासागर, केशवचंद्र सेन, दयानंद सरस्वती और भारतेंदु हरिश्चंद्र से लेकर महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सुभाष चंद्र बोस तक ने हिंदी के पक्ष में रैलियां और पैरवी की।
साथ ही सबसे उल्लेखनीय व्यक्तियों और साहित्यकारों व्यौहार राजेन्द्र सिन्हा, हजारी प्रसाद द्विवेदी, काका कालेलकर, मैथिली शरण गुप्त और सेठ गोविंद दास जी ने तो इस मुद्दे पर संसद में बहस भी की।
आखिरकार संविधान सभा द्वारा हिंदी को 14 सितंबर 1949 को व्यौहार राजेन्द्र सिन्हा के 50वें जन्मदिन पर आधिकारिक भाषा के रूप में चुन लिया गया।
हिंदी भाषा के बारे में रोचक तथ्य (10 Amazing Facts About Hindi Language)
- वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम के आकलन की माने तो यह विश्व की दस पावरफुल भाषाओं में से एक है।
- देशभर में करीबन 77% लोगों द्वारा हिंदी पढ़ी, लिखी, बोली और समझी जाती हैं।
- हिंदी असल में एक फारसी भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है सिंधु नदी की भूमि है।
- जाने-माने कवि अमीर खुसरो द्वारा हिन्दी की पहली कविता लिखी गई थी।
- यह दुनिया भर के लगभग 43 करोड़ से ज्यादा लोगों की प्राथमिक भाषा है।
- इसका इस्तेमाल वेब एड्रेस (URL) बनाने के लिए भी किया जा सकता है।
- हिंदी को 14 सितंबर 1949 के दिन भारत की राजभाषा का दर्जा मिला।
- दुनियाभर की सैकड़ों यूनिवर्सिटीयों में हिन्दी पढ़ाई जाती है इसके साथ ही यह उन 5 भाषाओं में आती है जो विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाती है।
- इसका उच्चारण और लेखन एक समान होता है। यानी इसके जो शब्द जिस प्रकार उच्चारित किए जाते हैं उसी प्रकार लिखे भी जाते हैं।
- गूगल की माने तो इंटरनेट पर हिंदी भाषा का इस्तेमाल पिछले कुछ सालों में काफी हद तक बढ़ा है।
कैसे मनाया जाता है Hindi Divas?
राष्ट्रीय हिंदी दिवस के मौके पर देशभर के स्कूल, कॉलेज, शैक्षिक संस्थानों और सरकारी दफ्तरों में विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें निबंध लेखन, भाषण, वाद-विवाद, विचार गोष्ठी, काव्य गोष्ठी, श्रुति लेखन, कवि सम्मेलन एवं हिन्दी टंकण प्रतियोगिता और अन्य क्रियाकलाप शामिल होते हैं।
हिंदी भाषा के प्रति लोगों को जागरुक एवं प्रेरित करने के मकसद से हर वर्ष हिन्दी दिवस के मौके पर राजभाषा गौरव सम्मान पुरस्कार एवं राजभाषा कीर्ति पुरस्कार वितरित किया जाता है। इसके साथ ही प्रति वर्ष 14 सितंबर से 21 सितंबर के बीच ‘हिंदी सप्ताह‘ (हिन्दी पखवाड़ा ) मनाया जाता है।
यह पुरस्कार उन्हें सम्मानित करने के लिए दिया जाता है जिन्होंने हिंदी को लोगों के बीच उपयोगी बनाने, इसे बढ़ावा देने तथा प्रेरित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। विशेष रूप से यह पुरस्कार लेखकों को हिंदी साहित्य में उनके अहम योगदान के लिए दिया जाता है।
हिन्दी दिवस कब होता है?
दरअसल साल में दो बार हिन्दी दिवस मनाया जाता है, जहाँ 14 सितम्बर को राष्ट्रीय स्तर पर इसका आयोजन होता है तो वहीं 10 जनवरी को इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। २०२२ में 70वां राष्ट्रीय और 17वां विश्व हिंदी दिवस मनाया गया।
किन देशों में हिंदी भाषा बोली जाती है?
भारत के आलावा पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, जर्मनी, अमेरिका, ब्रिटेन, न्यूजीलैंड, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), युगांडा, गुयाना, सूरीनाम, साउथ अफ्रीका, त्रिनिदाद और मॉरिशस समेत कई अन्य देशों में कुछ बदलावों के साथ हिन्दी भाषा बोली जाती है।