Bitcoin क्या है? इसके फायदे-नुकसान और Mining की जानकारी

बीते कुछ सालों से दुनिया की पहली क्रिप्टोकरेंसी 'बिटकॉइन' की वैल्यू आसमान छू रही है, ऐसे में यह Bitcoin में इन्वेस्ट करने के बारे में जानने का यह सही समय है।

बिटकॉइन क्या है? Bitcoin Mining की जानकारी हिंदी में

बेहद पॉपुलर हो चुकी दुनिया की पहली क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन को अब भारत में भी लोकप्रियता मिल रही है, लेकिन बहुत से लोगों को आज भी Bitcoin क्या है? यह कैसे काम करती है? इसके फायदे-नुकसान और इसका इस्तेमाल कहां किया जाता है? और क्या यह भारत में लीगल (वैध) है? इसके बारे में नहीं जानते। ऐसे में यहां इस डिजिटल करेंसी के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है और बिटकॉइन माइनिंग क्या है? इसके बारे में भी बताया गया है।

आपको बता दें कि वर्ष 2021 में एलोन मस्क द्वारा इसमें रुचि दिखाने के बाद बिटकॉइन की कीमतों में भारी उछाल देखा गया और देखते ही देखते इसकी वैल्यू अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई। हालांकि अब इसकी कीमतों में थोड़ी गिरावट आई है, ऐसे में यह बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के बारे में जानने का बिल्कुल सही समय है।

Bitcoin Kya Hai in Hindi
Bitcoin Kya Hai in Hindi

 

Bitcoin क्या है? (Bitcoin in Hindi)

वर्ष 2009 में सतोशी नाकामोतो द्वारा ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में निर्मित बिटकॉइन (Bitcoin) दुनिया की पहली विकेंद्रीकृत आभासी मुद्रा (Cryptocurrency) है। इस डिजिटल करेंसी का कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है और ना ही इसे किसी सरकारी संस्थान या केंद्रीय बैंक द्वारा संचालित किया जाता है। यह एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसे कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के जरिए बनाया गया है।

वर्चुअल करेंसी होने के कारण इसे देख या छू पाना, सिक्कों या नोट की तरह इसे जेब में रखकर घूम पाना संभव नहीं है यह कंप्यूटर/स्मार्टफोन में प्रोग्रामिंग के जरिए इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होता है।

 

Bitcoin कैसे काम करता है?

Bitcoin पीयर-टू-पीयर तकनीक पर काम करता है, जिसका अर्थ है यहां होने वाले सभी लेनदेन एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर के बीच होते हैं और इन सभी लेन-देन का हिसाब ब्लॉकचेन में सुरक्षित होता है तथा हर ट्रांजैक्शन वेरीफाई की जाती है।

ब्लॉकचेन ही वह सार्वजनिक बहीखाता है जिस पर बिटकॉइन का पूरा नेटवर्क टिका हुआ है, इसकी मदद से ही बिटकॉइन वॉलेट बैलेंस और खर्च करने वाले के बैलेंस की गणना और नई ट्रांजैक्शन को वेरीफाई किया जा सकता है।


Bitcoin Wallet:

Bitcoin को स्टोर करने के लिए Wallet की आवश्यकता होती है। बिटकॉइन वॉलेट का इस्तेमाल करना काफी आसान है यहां अकाउंट बनाने पर आपको एक एड्रेस मिलता है जिसे आप अपने दोस्त या किसी ऐसे व्यक्ति को दे सकते हैं जिससे आप पेमेंट प्राप्त करना चाहते हैं।

बिटकॉइन वॉलेट 1 सीक्रेट key रखता है, जिसे Private Key या seed कहते हैं, जो लेन-देन पर हस्ताक्षर करने के लिए इस्तेमाल में लाए जाते हैं। हर लेनदेन बिटकॉइन वॉलेट्स के बीच मूल्यों का हस्तांतरण है जो ब्लॉक चैन में शामिल हो जाता है।

 

 

Bitcoin Mining Meaning in Hindi

बिटकॉइन बनाने और इसके ट्रांजैक्शन को ब्लॉकचेन में सुरक्षित करने की प्रक्रिया को ‘बिटकॉइन माइनिंग‘ (Bitcoin Mining) कहा जाता है, जिसमें क्रिप्टोग्राफी तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। और यह काम बड़े-बड़े कंप्यूटर पर बैठे वह लोग करते हैं जिन्हें क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन को सॉल्व करना आता है, इन्हें माइनर्स (Bitcoin Miners) कहा जाता है। और इन्हें माइनिंग के बदले Rewards के रूप में Bitcoins मिलते है।

Bitcoin Mining Meaning in Hindi
Bitcoin Mining Meaning in Hindi

Bitcoin Mining पूरी तरह से ब्लॉकचेन पर निर्भर होती है सभी बिटकॉइन नेटवर्क पर मौजूद पब्लिक Ladger (बही खाते) को देखा जा सकता है केवल कंफर्म हो चुके ट्रांजैक्शन ही ब्लॉकचेन में शामिल होते हैं। और सभी नए ट्रांजैक्शन को वेरीफाई किया जाता है जिससे यह पता लगाया जा सके कि नए ट्रांजैक्शन को करने वाले के पास इतने बिटकॉइन है या नहीं और क्या वह ही इसका मालिक है। इस पूरे सिस्टम को ‘प्रूफ ऑफ वर्क‘ कहा जाता है।

Miners चाह कर भी इस पूरे सिस्टम के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते क्योंकि Bitcoin Nodes ऐसे ब्लॉक को रिजेक्ट कर देते है जिनमें इनवेलिड डाटा होता है।

 

बिटकॉइन के फायदे (Benefits)

  • बिटकॉइन के जरिए लेन-देन काफी सस्ता होता है, यहां ना के बराबर चार्ज और ट्रांजैक्शन फीस लगती है।
  • इसकी कीमतें तेजी से बढ़ रही है ऐसे में यह इन्वेस्ट करने का बढ़िया तरीका और प्लेटफार्म हो सकता है।
  • यह एक इंटरनेशनल करेंसी है इसलिए इसकी मदद से विदेशों में भी पेमेंट किया जा सकता है परंतु भारत में इस्तेमाल होने वाले पेटीएम और यूपीआई आधारित ऐप वहां काम नहीं करते।
  • यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर काम करता है जो सुरक्षा के लिहाज से काफी सिक्योर है।
  • Cryprocurrency खरीद कर उसे देश के बाहर आसानी से भेजा जा सकता है, और फिर उसे पैसे (मुद्रा) में रूपांतरित किया जा सकता है।

 

बिटकॉइन के नुकसान (Cons)

  • बिटकॉइन माइनिंग में काफी ज्यादा समय लगता है ऐसे में इस प्रोसेस में काफी ज्यादा बिजली (ऊर्जा) खर्च होती है।
  • इसकी कीमत कम समय में बढ़ या घट सकती है ऐसे में यहां निवेश करना जोखिम भरा भी हो सकता है।
  • यहाँ किए जाने वाले सभी पेमेंट्स अपरिवर्तनीय होते हैं, यानी अगर आपने किसी गलत व्यक्ति को bitcoin ट्रांसफर कर दिया है तो आप उसे वापस नहीं मंगा सकते। उसे प्राप्त करने वाला व्यक्ति ही आपको उसे वापस कर सकता है।
  • इसके द्वारा किया जाने वाला ट्रांजैक्शन दो लोगों के बीच इंक्रिप्टेड होता है ऐसे में इसका इस्तेमाल गलत कामों जैसे ड्रग्स और हथियार खरीदने आदि के लिए होने लगा है। हालांकि अब 2 एंटिटी के बीच पेमेंट की यह स्थिति बदल रही है।

 

 

Bitcoin का इस्तेमाल (Use)

बिटकॉइन को आसानी से किसी भी भौतिक मुद्रा की मदद से खरीदा या एक्सचेंज किया जा सकता है और भौतिक मुद्रा को आसानी से बिटकॉइन में कन्वर्ट किया जा सकता है। ऐसे में लोग इसका इस्तेमाल इन्वेस्टमेंट करने, रेमिटेंस (विदेशी लेन-देन) के लिए, काला धन छुपाने तथा कुछ लोग गैर कानूनी गतिविधियां करने के लिए भी कर रहे हैं।


  • #1. निवेश कर पैसा कमाने के लिए: बिटकॉइन के रेट पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़े हैं ऐसे में लोग इसे निवेश का सबसे अच्छा जरिया बता रहे हैं और इसका इस्तेमाल अपने पैसे से मुनाफा कमाने के लिए कर रहे हैं।
  • #2. काला धन छुपाने के लिए: कुछ लोग Money Laundering, टैक्स और सरकार की नजरों से बचने के लिए अपने पैसे को यहां सुरक्षित कर के रख देते हैं।
  • #3. रेमिटेंस विदेशी लेनदेन में: एक देश से दूसरे देश पैसा भेजने में बैंक और अन्य एजेंट काफी हाई फीस चार्ज करते हैं परंतु Bitcoin आपके पैसे को काफी तेजी से और कम फीस में ट्रांसफर कर सकता है।
  • #4. गैर कानूनी गतिविधियों के लिए: कुछ लोग डार्क वेब में बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी का इस्तेमाल हथियार और ड्रग्स खरीदने के लिए करते हैं। क्योंकि यह लेन-देन दो लोगों के बीच इंक्रिप्टेड होता है और इसे Track कर पाना थोड़ा मुश्किल होता है।
  • #5. पेमेंट्स के लिए: एलोन मस्क की टेस्ला जैसी कंपनियां अब बिटकॉइन के जरिए पेमेंट लेने की सुविधा लागू कर रही हैं, जिससे अब यह एक पेमेंट सिस्टम की तरह भी इस्तेमाल किया जाने लगा है।

 

क्या भारत में Bitcoin वैध (Legal) है? (इसका भविष्य क्या है?)

सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी होने के कारण बिटकॉइन का इस्तेमाल दुनिया के लगभग अधिकतर देश करते हैं कुछ देशों में यह लीगल है तो कुछ देशों में इसे बैन किया जा चुका है।

भारत में भी वर्ष 2018 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने Bitcoin की कुछ कमियों को उजागर करते हुए इस पर बैन लगा दिया। परंतु मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने इसे वैध बताते हुए भारतीय रिजर्व बैंक के बैन को हटा दिया और अब यह भारत में पूरी तरह से Legal (मान्य) है। आप चाहे तो बिटकॉइन को खरीद, इसमें इन्वेस्ट या इसकी ट्रेडिंग आदि कर सकते है।

फिलहाल खबरें यह भी आ रही है कि भारत Bitcoin जैसी एक सरकारी डिजिटल करेंसी पर काम कर रहा है।

 

इंडिया में 1 बिटकॉइन की कीमत कितनी है?

बिटकॉइन की कीमत लाखों में है और यह निरंतर बढ़ती घटती रहती है, फरवरी 2021 की शुरूआत में दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक Elon Musk ने बिटकॉइन में 1.5 अरब डॉलर का निवेश करने की घोषणा की जिसके बाद यह अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया।

नवम्बर 2021 में एक बिटकॉइन (₿) की कीमत $65000 से अधिक के उच्च स्तर पर थी, जो भारतीय रूपयों में लगभग ₹48 लाख़ होती है। 2024 में बिटकॉइन ने $44192 यानी ≈ 3687000 रुपए का आंकड़ा छू लिया।

 

बिटकॉइन की कीमत बढ़ती या घटती क्यों है?

बिटकॉइन प्रोटोकॉल के मुताबिक बिटकॉइन की माइनिंग फिक्स है और यह डिमांड और सप्लाई पर काम करती है एक रिपोर्ट के मुताबिक कुल 21 मिलियन (2,10,00,000) बिटकॉइन ही माइन किए जा सकते हैं। ऐसे में जब माइनर्स की संख्या में बढ़ोतरी होती है तो इससे मुनाफा कमा पाना मुश्किल हो जाता है।

तथा यह एक डिसेंट्रलाइज्ड सिस्टम है इसीलिए किसी भी संस्थान या किसी व्यक्ति के पास इसे कंट्रोल करने की ताकत नहीं है।


डिस्क्लेमर: यहां साझा की गई सामग्री कानूनी, वित्तीय, निवेश, या अन्य प्रकार की सलाह नहीं है।

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