विश्व खाद्य दिवस 2024 की थीम, इतिहास और महत्व

वर्ल्ड फूड डे कब, क्यों और कैसें मनाया जाता है?

Vishva Khadya Diwas 2024: वर्ष 1981 से हर साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस (World Food Day) उन लोगों के प्रति विश्व स्तर पर ध्यान केन्द्रित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है, जो भूख से पीड़ित हैं और खाद्य सुरक्षा और पौष्टिक आहार की आवश्यकता को सुनिश्चित करते हैं।

16 अक्टूबर 2024 का उत्सव खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) की 79वीं वर्षगांठ को चिन्हित करता है। यह दिवस भारत समेत संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों द्वारा मनाया जाता है। इसके आलावा प्रतिवर्ष 7 जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया जाता है।

वर्ल्ड फूड डे - 16 अक्टूबर 2024
World Food Day 16 October Vishva Khadya Diwas

अंतर्राष्ट्रीय खाद्य दिवस के बारे में जानकारी:
नाम:विश्व खाद्य दिवस (World Food Day)
शुरूआत:वर्ष 1979 में
तिथि:16 अक्टूबर (वार्षिक)
उद्देश्य:हर व्यक्ति तक सुरक्षित और पौष्टिक भोजन की पहुंच को सुनिश्चित करना तथा कुपोषण एवं भुखमरी के लिए जागरूकता फैलाना।
थीम:राइट टू फूड्स फॉर ए बेटर लाइफ एण्ड ए बेटर फ्यूचर
आधिकारिक वेबसाइट:http://www.fao.org/world-food-day

 

विश्व खाद्य दिवस का इतिहास? कब हुई इसकी शुरुआत

16 अक्टूबर को मनाया जाने वाला विश्व खाद्य दिवस 1945 में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) की स्थापना की तारीख के सम्मान में वर्ष 1979 में शुरू किया गया था। FAO के सदस्य देशों के संगठनों ने 20वें महा सम्मेलन में नवंबर 1979 में वर्ल्ड फ़ूड डे की स्थापना की और 16 अक्टूबर, 1981 को इसे मनाने का आह्वान किया।

इस निर्णय की पुष्टि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 5 दिसंबर 1980 को की और अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं स्थानीय संगठनों तथा सरकारों से इसे मनाने में योगदान देने का आग्रह किया।

यह दुनिया भर के लगभग 150 देशों में भुखमरी एवं निर्धनता हेतु जागरूकता बढ़ाने के मकसद से इसे मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मक़सद लोगों को यह समझाना भी है कि भोजन एक बुनियादी और मौलिक मानव अधिकार है।


विश्व खाद्य दिवस - 16 अक्टूबर 2024
विश्व खाद्य दिवस – 16 अक्टूबर 2024

 

वर्ल्ड फूड़ डे क्यों मनाया जाता है?

भोजन जीवन का सार है और हमारी समुदाय एवं संस्कृतियों का आधार भी है ऐसे में दुनिया के हर व्यक्ति तक सुरक्षित और पौष्टिक भोजन की पहुंच को सुनिश्चित करना इसका मुख्य मकसद होना चाहिए। खासतौर से गरीबों एवं कमजोर समुदाय के लोगों के लिए।

वर्ल्ड फूड़ डे का उद्देश्य दुनियाभर में सभी के लिए पौष्टिक भोजन सुनिश्चित करना, भुखमरी को समाप्त करना तथा भूख और कुपोषण से निपटना भी रहा है।

आज कोविड-19 महामारी के चलते हमारे खाद्य नायकों, किसानों एवं श्रमिकों को खाद्य प्रणाली मे भरपूर समर्थन देने की आवश्यकता है भारत समेत दुनिया के कई अन्य देश भी कुपोषण के लगातार बढ़ते मामलों से परेशान है ऐसे में इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।

एक रिपोर्ट के माने तो दुनिया भर के लगभग 23% भूखे लोग भारत में रहते हैं ऐसे में कोविड-19 के बाद इस संख्या में भारी इजाफे की उम्मीद जताई जा रही है।

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विश्व खाद्य दिवस 2024 की थीम (विषय)

हर साल यह दिन एक थीम के साथ मनाया जाता है और इस बार विश्व खाद्य दिवस 2024 की थीम “बेहतर जीवन और बेहतर भविष्य के लिए भोजन का अधिकार” (Right to foods for a better life and a better future) है।

पिछली साल 2023 में इसे “जल ही जीवन है, जल ही अन्न है” (Water is life, water is food)’ विषय कके साथ मनाया गया था। तो वहीं 2022 की थीम “किसी को पीछे न छोड़ें” (Leave NO ONE behind) थी।

World Food Day 2021 की Theme “Better production, better nutrition, a better environment and a better life” (बेहतर उत्पादन, बेहतर पोषण, बेहतर वातावरण और बेहतर जीवन) थी। इससे पहले वर्ल्ड फूड डे 2020 की थीम “Grow, Nourish, Sustain. Together” (उगाओ, पोषण करो, निर्वाह करो. साथ में।) थी।

साल 2019 का विषय “Our Actions Are Our Future. Healthy Diets for A #ZeroHunger World” था। जो वैश्विक भूख से निपटने पर केंद्रित था।

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International Food Day कैसें मनाया जाता है? (Celebration)

इंटरनेशनल फूड़ डे अंतर्राष्ट्रीय कोष के लिए कृषि विकास, विश्व खाद्य कार्यक्रम, आदि जैसे खाद्य सुरक्षा से संबंधित कई अन्य संगठनों द्वारा मनाया जाता है। और रोम, इटली में स्थित FAO के मुख्यालय में बड़े पैमाने पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।

संयुक्त राष्ट्र के कुछ संगठन और विश्वविद्यालय खाद्य उत्पादन, वितरण और सुरक्षा जैसे विषयों पर सेमिनार, सम्मेलनों, वर्कशॉप, प्रस्तुतियों का आयोजन करते हैं। यह मुख्य रूप से खाद्य आपूर्ति की ओर ध्यान केंद्रित करता है।

कुछ निजी कंपनियों और सरकारी संगठनों द्वारा लोगों को स्वेच्छा से फूड बैंक के लिए दान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, इस एकत्रित किए गए धन का उपयोग प्राकृतिक आपदाओं आदि के समय जरूरतमंदों को खाने की आपूर्ति करने के लिए किया जा सकता है।

इस दिन, कुछ परिवार भोजन को संरक्षित करते हैं और इसे जरूरतमंद और गरीबों में वितरित करते हैं।

 

खाद्य और कृषि संगठन (FAO) क्या है?

फूड़ एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन (FAO) संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है जिसकी स्थापना 16 अक्टूबर 1945 को हुई थी और इसका मुख्यालय रोम, इटली में है। इसके 194 सदस्य राज्य हैं और यह पूरी दुनिया में 130 से अधिक देशों में काम करता है।

यह अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों के माध्यम से भूख को हराने की दिशा में काम करती है। FAO का उद्देश्य सभी के लिए खाद्य सुरक्षा हासिल करना है और यह सुनिश्चित करना है कि सक्रिय स्वस्थ जीवन जीने के लिए लोगों को पर्याप्त उच्च गुणवत्ता वाले भोजन की नियमित पहुंच हो।

 

स्वस्थ आहार और इसका महत्व क्या है?

एक अच्छा जीवन जीने और विभिन्न बीमारीयों के जोखिम को कम करने के लिए एक स्वस्थ आहार पर्याप्त, सुरक्षित, पौष्टिक और विविध पोषक पदार्थ प्रदान करके लोगों की पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करता है। हम इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं कर सकते कि कई बार पौष्टिक आहार महंगे होते हैं।

वैश्वीकरण, शहरीकरण और आय में वृद्धि के कारण, आहार और खाने की आदतों में आया बदलाव चिंता का विषय है आज लोग संतुलित, फाइबर युक्त और पौधे आधारित भोजन के बजाय परिष्कृत (Sophisticated) की तरफ विस्थापित हो गए हैं।

शहरी क्षेत्रों में कम समय में पकने वाले तैयार भोजन (प्रोसेस्ड फ़ूड, जंक और फास्टफूड आदि) का सेवन लोग अधिक मात्रा में कर रहे है जो उनके स्वास्थ के लिए जरा में सुरक्षित नहीं हैं।

 

 

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