National Technology Day कब और क्यों मनाया जाता है? Theme और Quotes
वर्ष 1999 से ही भारत में हर साल 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस (National Technology Day) बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह दिन देश के परमाणु संपन्न होने के गर्व का प्रतीक है तथा ये हमें भारत की तकनीकी उपलब्धियों की भी याद दिलाता है।
इस साल 2024 में 26वां टेक्नोलॉजी दिवस 11 मई को शनिवार के दिन एक ख़ास विषय के साथ मनाया जा रहा है। भारत ने आज जिस तरह से तकनीकी जगत में तरक्की की है उसकी शुरूआत इतनी भी आसान नहीं थी, इसके लिए देश के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, संस्थानों और देश के अग्रणी महानुभावों ने विशेष योगदान दिया है।
नाम | राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस |
तिथि | 11 मई (वार्षिक) |
घोषणा | 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा |
पहली बार | 11 मई 1999 |
थीम (2024) | घोषणा होनी बाकी है। |
उद्देश्य | परमाणु परीक्षण के सफलता की वर्षगांठ और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत कि प्रगति का उत्सव मानना |
विषय सूची
नेशनल टेक्नोलॉजी डे की शुरूआत कैसे हुई? (इतिहास)
प्रतिवर्ष 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाए जाने की शुरूआत वर्ष 1999 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी द्वारा की गयी थी, और 11 मई 1999 को इसे पहली बार मनाया गया था।
भारत में टेक्नोलॉजी दिवस उस दिन को याद करते हुए मनाया जाता है, जब वर्ष 1998 में ऑपरेशन शक्ति के तहत भारतीय सेना द्वारा राजस्थान के पोखरण परीक्षण रेंज में परमाणु मिसाइल शक्ति-1 का सफल परीक्षण किया गया। जिसके बाद भारत भी उन 6 देशों की लिस्ट मे शामिल हो गया जो परमाणु शक्ति से सम्पन्न है।
इसके साथ ही 11 मई 1998 को ही भारत की रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा निर्मित स्वदेशी शॉर्ट-रेंज मिसाइल (त्रिशूल) और राष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रयोगशालाओं में बनाया गया एयरक्राफ्ट (हंस-3) का भी सफल परीक्षण किया गया था।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस उद्धरण (National Technology Day Quotes in Hindi)
यहाँ राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस की शुभकामनाएं देने के लिए कुछ खास कोट्स, शायरी, पोस्टर, फोटो स्टेटस और अनमोल विचार (Thougths) दिए गए हैं, जिसकी मदद से आप लोगों को नेशनल टेक्नोलॉजी डे Wish कर सकते हैं।
हमारे लिए तकनीक देश के लोगों को सशक्त बनाने का माध्यम है, हमारे लिए प्रौद्योगिकी देश को आत्मनिर्भर बनाने का मुख्य आधार है।
–प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीटेक्नोलॉजी विज्ञान की वो देन है, जिसकी जितनी तारीफ़ की जाए कम होगी।
-सभी वैज्ञानिक समुदाय को राष्ट्रीय तकनीकी दिवस की ढ़ेर सारी शुभकामनाएं।“कल जो हुआ उसके बारे में चिंता करने की बजाय कल का आविष्कार करें।”
–स्टीव जॉब्स“उच्च प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में केवल सस्ते श्रम प्रदान करने की बजाय एक बार फिर ज्ञान की महाशक्ति बनने के लिए पुनर्जागरण अनिवार्य है।”
–डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलामकिसी देश का विकास उसके नागरिकों द्वारा विज्ञान और प्रौद्योगिकी की समझ और उपयोग के साथ गहराई से जुड़ा होता है।
-विक्रम साराभाईकोई भी अनुसंधान करने में कठिन परिश्रम और लगन की ज़रूरत होती है, कीमती उपकरण की नहीं।
-सी.वी रमन“विज्ञान मानवता के लिए एक सुंदर उपहार है, हमें इसे विकृत नहीं करना चाहिए।”
–डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम“भारत को परमाणु शक्ति सम्पन्न राष्ट्र बनाने में योगदान देने वाले सभी महानुभावों का तहे दिल से शुक्रिया”
–हैप्पी नेशनल टेक्नोलॉजी डेटेक्नोलॉजी और विज्ञान को अपनाना है देश को आगे बढ़ाना है।
-आप सभी को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस क्यों मनाया जाता है? (महत्व)
वर्ष 1998 में हासिल हुई भारत की तकनीकी उपलब्धियों और परमाणु संपन्न देश होने के दिन को याद करते हुए प्रत्येक वर्ष 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र से जुड़े सभी सम्मानित व्यक्तियों, वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और इंजीनियरों आदि की उपलब्धियों को याद करना और उनके कार्यों की सराहना करना है।
इसके साथ ही यह हमारे देश में हुए तकनीकी नवाचारों को सम्मानित करने का भी दिन है, इस दिन भारत सरकार के विज्ञान और टेक्नोलॉजी विभाग (DST) का एक वैधानिक निकाय प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (TDB) तकनीक के क्षेत्र में अपना उत्कृष्ट योगदान वाले लोगों को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी पुरस्कार वितरित करता है।
आज भारत ने टेक्नोलोजी जगत में अपना अलग ही मुकाम बना लिया है। भारत के पास आज अत्याधुनिक हथियार और परमाणु ताकत है, जो भारत को शक्तिशाली देशों में से एक बनाता है।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2024 की थीम (National Technology Day Theme)
प्रति वर्ष 11 मई को यह दिवस एक ख़ास Theme (विषय) के साथ मनाया जाता है, इस साल राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2024 की थीम ‘अभी घोषित की जानी बाकी है‘ इससे पहले 2023 में नेशनल टेक्नोलॉजी डे की थीम ‘स्कूल से स्टार्टअप तक-युवा दिमागों को नवप्रवर्तन के लिए प्रेरित करना‘ (स्कूल टू स्टार्टअप्स-इग्नाइटिंग यंग माइंड्स टू इनोवेट) थी।
जहाँ साल 2022 का विषय ‘प्रगति: तकनीकी नवाचारों के माध्यम से विकास के रास्ते को बढ़ावा देने’ पर आधारित था , तो वहीं 2021 की Theme “एक सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी” रखी गयी थी।
साल | थीम |
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2022 | प्रगति: तकनीकी नवाचारों के माध्यम से विकास के रास्ते को बढ़ावा देना |
2021 | एक सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी |
2020 | रीबूटिंग द इकोनॉमी विद साइंस, टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च ट्रांसलेशन |
2019 | विज्ञान के लिए लोग और लोगों के लिए विज्ञान |
2018 | स्वदेशी प्रौद्योगिकियों का व्यवसायीकरण: बेंचमार्क से व्यवसाय तक की यात्रा |
2017 | समावेशी और टिकाऊ विकास के लिए प्रौद्योगिकी |
2016 | स्टार्टअप इंडिया के प्रौद्योगिकी समर्थक |
2015 | भारत के लिए समावेशी अभिनव |
2014 | अभिनव – एक अंतर बनाना |
भारत कैसे परमाणु शक्ति संपन्न देश बना?
भारत का पहला परमाणु परीक्षण पोखरण में 18 मई 1974 को इंदिरा गाँधी जी की सरकार में किया गया था, इस ऑपरेशन का कोड-नाम ‘स्माइलिंग बुद्धा’ था। जिसके बाद मई 1998 को दूसरी बार पोखरण टेस्ट रेंज में भारतीय सेना ने पांच परमाणु बमों का परीक्षण किया इस ऑपरेशन को पोखरण-2 या ऑपरेशन शक्ति के नाम से जाना जाता है।
भारत को यह न्यूक्लियर टेस्ट करने और एक परमाणु संपन्न देश बनने में कई मुश्किलें आई, परंतु भारतीय सेना तथा रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO), भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC), परमाणु खनिज निदेशालय अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय (AMDER) के वैज्ञानिकों ने मिलकर 1998 में राजस्थान के पोखरण में सफलतापूर्वक यह परमाणु परीक्षण कर दुनिया को हैरान कर दिया।
इस न्यूक्लियर टेस्ट के समय राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों में करीब 5.3 रिक्टर स्केल के साथ भूकंप के झटके महसूस हुए, जिससे इस बात की पुष्टि हुई।
इसके बाद दो दिन में 5 परमाणु हथियारों का सफलतापूर्वक टेस्ट किया गया जिसका नेतृत्व उस समय के महान वैज्ञानिक एपीजे अब्दुल कलाम जी ने किया और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी ने भारत को एक परमाणु संपन्न देश घोषित किया।
● 12 मई: माँ दिवस (मदर्स डे)
● 14 मई: विश्व प्रवासी पक्षी दिवस
● 20 मई: विश्व मधुमक्खी दिवस
● 21 मई: अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस
कैसे मनाया जाता है राष्ट्रीय टेक्नोलॉजी दिवस?
हर साल National Technology Day बड़े ही उत्साह और गर्व के साथ मनाया जाता है, इस मौके पर लोगों को देश में टेक्नोलॉजी क्षेत्र में हुए कार्यों से अवगत कराया जाता है। और देश को परमाणु शक्ति बनाने वाले मुख्य चेहरे अटल बिहारी बाजपेई जी और एपीजे अब्दुल कलाम जी द्वारा विज्ञान और प्रौद्योगिकी जगत में किए गए कार्यों पर भी चर्चा की जाती है।
साथ ही इस दिन को डीआरडीओ और दूसरे सरकारी संस्थानों और अनुसंधान विभाग में भी बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। भारत के टेक्निकल एजुकेशन Provide कराने वाले विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में भी टेक्नोलॉजी से जुड़ें कई प्रोजेक्ट और प्रदर्शनीयों का आयोजन किया जाता है।
इतना ही नही राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के मौके पर देश के महान वैज्ञानिकों को भी सम्मान दिया जाता है और उन्हें सम्मानित करने के लिए पुरस्कार वितरण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिससे युवा पीढ़ी भी इस ओर अग्रसर हो सके और देश को नई राह पर ले जा सके।
Aapka samjhane ka tareeka kaafi accha hai